क्यूआर कोड स्कैन कर ही प्लेटफार्म पर भेजे जा रहे पैसेंजर
-पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रयागराज मंडल ने डेवलप किया क्यूआर कोड स्कैनिंग सिस्टम
-जल्द ही देश के सभी स्टेशनों पर होगी क्यूआर कोड स्कैनिंग की सुविधा prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: लॉकडाउन के बाद अब स्टेप बाई स्टेप सबकुछ खुलने लगा है। स्पेशल ट्रेनों का आवागमन शुरू होने के बाद पैसेंजर्स की संख्या भी जंक्शन पर बढ़ गई है। इन सबके बीच तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं, जिससे संक्रमण का रिस्क न रहे। एनसीआर के प्रयागराज मंडल ने रेलवे के पायलट प्रोजेक्ट के तहत क्यूआर बेस्ड रिजर्वेशन टिकट स्कैनिंग सिस्टम डेवलप किया है। इसके तहत बिना टिकट टच किए इसे चेक किया जा सकेगा। प्रयागराज स्पेशल से हुई क्यूआर कोड स्कैनिंग की शुरुआत -पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रयागराज जंक्शन से 02417 प्रयागराज स्पेशल ट्रेन में ट्रैवलिंग करने वाले सभी 1153 रिजर्व पैसेंजर्स के मोबाइल पर मैसेज के जरिए क्यूआर कोड भेजा गया।-प्रयागराज स्टेशन पर लगाए गए एक कंप्युटर में भी इस क्यूआर कोड का डाटा सेव किया गया।
-प्रयागराज जंक्शन पर थर्मल स्कैनिंग के बाद यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश से पहले केवल क्यूआर कोड दिखाना पड़ा। -दूर से क्यूआर कोड स्कैनर द्वारा स्कैन किया गया। -सिस्टम में यात्री बोर्डिंग की पुष्टि ऑटोमैटिकली हो गई।-इससे पैसेंजर को टिकट फिजिकली नहीं देना पड़ा और टीटीई द्वारा ऑनबोर्ड चेक करने की जरूरत नहीं पड़ी।
-सोमवार को प्रयागराज स्पेशल ट्रेन रवानगी के पहले दिन पायलट प्रोजेक्ट के जरिये 1153 में 807 पैसेंजर्स का टिकट सफलतापूर्वक चेक किया जा सका। आईआरसीटीसी से चल रही है बात प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में क्यूआर बेस्ड रिजर्वेशन टिकट स्कैनिंग सिस्टम डेवलप किया गया है। सभी ट्रेन और सभी स्टेशनों पर क्यूआर बेस्ड रिजर्वेशन टिकट स्कैनिंग सिस्टम लागू करने और आईआरसीटीसी सर्वर से सीधे क्यूआर कोड उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। संक्रमण से बचाव के कई उपाय -श्रमिक स्पेशल और एसी स्पेशल ट्रेनों के अलावा मंगलवार से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें पटरी पर आ चुकी हैं। -कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए रेलवे ने बेहतर व्यवस्था की है। -पैसेंजर्सकी भीड़ कंट्रोल करने और आने-जाने वाले पैसेंजर्स को अलग रखने के लिए सभी स्टेशनों पर अलग एंट्री और एग्जिट के साथ सीमांकन, साइनेज आदि की व्यवस्था की गई है। -प्लेटफार्म, कॉनकोर्स और अन्य यात्री क्षेत्र को लगातार साफ और सेनेटाइज किया जा रहा है। -फुट पैडल संचालित वॉशबेसिन, स्वचालित सेनेटाइजर डिस्पेंसर के साथ ही ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है।जीएम एनसीआर राजीव चौधरी के मार्गदर्शन में इस सिस्टम को डेवलप किया गया है। आईआरसीटीसी से बातचीत चल रही है। इससे आईआरसीटीसी सर्वर से क्यूआर कोड सीधे सभी आरक्षित श्रेणी के पैसेंजर्स मोबाइल फोन पर भेजा जा सके। इस प्रोजेक्ट को हर स्टेशन पर सभी ट्रेनों में लागू किया जा सके।
-अंशू पांडेय सीनियर डीसीएम, प्रयागराज मंडल