मुसाफिरों के हाथ में बस चालकों की नौकरी
रोडवेज की बसों में सफर को सुगम और सुरक्षित करने के लिए उठाया गया है यह कदम
- चार स्तरों पर शिकायतों का होगा निस्तारण, बार बार शिकायत आने पर जा सकती है नौकरी आगरा। परिवहन निगम की बसों में सफर करने वाले यात्रियों पर ड्राइवरों की नौकरी निर्भर करेगी। अगर ड्राइवर ने मनमानी की, ओवर स्पीड या फिर मिस बिहेब किया तो मुसाफिर की शिकायत पर नौकरी भी जा सकती है। विभाग परिवहन निगम के ड्राइवरों का यात्रियों की रिपोर्ट के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रहा है। मौका भी मिलेगाऐसा नहीं है कि मुसाफिर की एक या फिर दो शिकायत पर ड्राईवर की छुट्टी कर दी जाएगी। ड्राईवर को अपनी गलती सुधारे जाने का पूरा मौका दिया जाएगा। बावजूद इसके अगर ड्राइवर ने अपने व्यवहार में सुधार नहीं किया और लगातार शिकायतें आतीं रहीं तो निश्चित तौर पर ड्राइवर की नौकरी भी जा सकती है। आरएम ने बताया कि शिकायतों को चार कैटगरी में बांट कर परिवहन निगम जांच पड़ताल करेगा।
इसलिए लिया है निर्णयअसल में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए सड़क हादसे में 29 लोगों की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया। इस घटना में ड्राइवर को ही दोषी माना गया है। बताया ये भी गया है कि ड्राइवर काफी ओवर स्पीड में बस चला रहा था। सवारियों ने इसका विरोध भी किया था। इसी बीच उसे नींद का झौका आ गया था। जिससे घटना घटित हुई। इन सभी विषयों को लेकर विभाग ने यह कदम उठाया है। इससे ड्राइवरों के व्यवहार और आचरण के संबंध में जानकारी हो सकेगी।
ये कर सकेंगी शिकायत - बस में गंदगी होना - यात्रियों को टिकट न देना - लगेज की समस्या - तेज गति से बस चलाना - गलत रास्ते पर बस ले जाना - बस में म्यूजिक बजाना - यात्रियों से अभद्र व्यवहार करना इस स्तर पर होगा निस्तारण - शिकायतों का निस्तारण डिपो प्रभारी, एआरएम, आरएम और डीएम स्तर पर होगा। रवाना होने पहले ये होंगी औपचारिकता पूरी परिवहन निगम हर स्तर पर सुगम यात्रा के लिए प्रयासरत है। इसके लिए अब चालकों के साथ साथ वर्कशॉप से ड्यूटी पर निकलने वाली सभी निगम बसों की गहनता के साथ जांच व फिटनेस चेकअप किया जाएगा। फिटनेस में बस के हार्न, लाइट, ब्रेक, शीशे आदि सभी प्रकार की जांच ओके होने के बाद ही बस को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी वर्कशॉप प्रभारी, एआरएम की जिम्मेदारी होगी।