सायं 4 बजे तक बाधित रहा पासपोर्ट कार्यालय का कार्य

शुक्रवार को सुचारू ढंग से कार्य करेंगे कर्मचारी

Meerut। पिछले कई दिनों से काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे मेरठ पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने गुरुवार को सुबह अचानक काम बंद कर दिया। इस कारण पासपोर्ट बनवाने आए आवेदकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मेरठ में सहायक पासपोर्ट अधिकारी रंजन वर्मा ने बताया कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे थे। गुरूवार को कर्मचारियों ने हड़ताल की। हालांकि, सभी मांगों को मान लिया गया है। लिहाजा शुक्रवार से पासपोर्ट ऑफिस में सुचारू रूप से कार्य होगा।

स्टॉफ बढ़ाने की मांग

गौरतलब है कि गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस में 13 जिलों के पासपोर्ट बनाए जाते हैं, जिसमें मेरठ और बिजनौर भी शामिल हैं। पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारी लंबे समय से कार्यालय में खाली पदों को भरने व काम के अनुसार अतिरिक्त स्टॉफ की तैनाती की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें विदेश मंत्रालय के अधीन किया जाए ताकि वेतन विसंगतियां दूर हो सकें।

मंत्रालय ने नहीं ली सुध

इन्हीं मांगों को लेकर कर्मचारी मंगलवार से दिल्ली मुख्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। आरोप है कि दो दिन भूख हड़ताल पर बैठने के बाद भी विदेश मंत्रालय के किसी भी अधिकारी ने कर्मचारियों से आकर बात तक नहीं की। जिसके परिणामस्वरूप गुरुवार को अचानक कर्मचारी यूनियन ने काम बंद कर हड़ताल की घोषणा कर दी। वही शाम को हुई मीटिंग में सभी मांगों के मान कर हड़ताल खत्म करने के आदेश दिये गये।

आज से होगा कार्य

गुरुवार को हड़ताल से पासपोर्ट दफ्तर पहुंचे आवेदकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, आवेदकों को अब अपने पासपोर्ट के लिए अगले बार के लिए री डेट करके आवेदन लेना पडे़गा। हालांकि शुक्रवार से पासपोर्ट ऑफिस में सुचारू रूप से कार्य होगा।

लंबे इंतजार के बाद तो नंबर आया था परंतु आज जब यहा पहुंच तो पाता चला की यहा तो हड़ताल जारी है।

राजवीर चौहान

एक को इतनी मुश्किल से आवेदन के बाद तो नंबर आया था, और जब नंबर आने के बाद पहुंचा तो यहा पर ताला लगा मिला।

मुकेश कुमार

दूसरे दिन भी 150 करोड़ का लेनदेन प्रभावित

बैंकों की दूसरे दिन भी हड़ताल से लोगो व कारोबारियों की बढ़ी परेशानी

बैंक कर्मचारियों की वेतन वृद्धि को लेकर जारी हड़ताल से गुरूवार को भी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहीं। जिले में बैंककर्मियों की हड़ताल से 150 करोड़ का लेनदेन प्रभावित रहा। जिससे आम लोगों के साथ व्यापारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी भारतीय बैंक संघ(आईबीए) के वेतन में केवल 2 प्रतिशत वृद्धि के प्रस्ताव के विरोध में दो दिन की हड़ताल पर थे। इस बाबत लीड बैंक अधिकारी अविनाश तांती ने बताया कि शुक्रवार को हड़ताल समाप्त हो जाएगी। सभी बैंक कर्मचारी अपने नियमित समय से पहुंचेंगे।

मुझे एक व्यक्ति को जरुरी पेमेंट करनी थी, हड़ताल के चक्कर में वो नही कर पा रहा हूं, वही शुक्रवार को बैंक में अधिक भीड़ होने से कैश की भी किल्लत हो सकती है।

राकेश शर्मा

यदि बैंक वाले हड़ताल करते है तो उससे पहले इन लोगो को आम जनता के लिए एटीएम में पूरी तरह से कैश की व्यवस्था कर देनी चाहिए।

चंद्र देव

Posted By: Inextlive