- आईनेक्स्ट स्टिंग

- पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर चल रहा पुलिस का खेल

- 500 से 1000 रुपए में थाने के मुंशी करते हैं डील

- आई नेक्स्ट रीडर ने शिवकुटी थाने का किया स्टिंग आपरेशन

आईनेक्स्ट स्टिंग

- पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर चल रहा पुलिस का खेल

- भ्00 से क्000 रुपए में थाने के मुंशी करते हैं डील

- आई नेक्स्ट रीडर ने शिवकुटी थाने का किया स्टिंग आपरेशन

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: पासपोर्ट बनवाना है तो जेब ढीली करनी होगी। अगर नहीं किए तो पुलिस स्टेशन से वेरीफिकेशन होना मुश्किल है। शिवकुटी पुलिस स्टेशन में यह खेल खुलेआम चल रहा है। एक पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए 700 रुपए वसूल किया जा रहा है। आई नेक्स्ट रीडर ने एक स्टिंग आपरेशन में इसका खुलासा किया है। जिसमें पुलिस वाला रुपए लेते हुए वीडियो कैमरे में कैद हो गया।

थाने के अंदर का सीन

शिवकुटी पुलिस स्टेशन में आई नेक्स्ट का एक रीडर किसी काम से गया था। वहां पर एमएनएनआईटी के स्टूडेंट्स अपना पासपोर्ट वेरीफिकेशन कराने गए थे। एक साथ तीन लोगों का वेरीफिकेशन होना था। उन्होंने इसके लिए रुपए जमा कर दिया था। लेकिन थाने में मुंशी जी ने कहा कि कम से कम 700 रुपए हर वेरीफिकेशन का देना होगा। उसके बाद ही फाइल यहां से एलआईयू आफिस जाएगी।

मोबाइल में कर लिया कैद

मुंशी जी बिना रुपए लिए फाइल आगे बढ़ाने को तैयार नहीं थे। फिर क्या था। छात्रों ने तीनों पासपोर्ट के वेरीफिकेशन के लिए बाकी बचे रुपए मुंशी को सौंप दिया। यह सब देख रहे आईनेक्स्ट रीडर ने पूरा सीन अपने मोबाइल में कैद कर लिया। वीडियो में जेब से रुपए निकाल कर देते हुए और पुलिस वाले का रुपए लेकर जेब में रहते हुए स्पष्ट रूप से दिख रहा है। हमारे रीडर ने आई नेक्स्ट आफिस पहुंच कर यह वीडियो हमें अवेलेबल कराया।

हर थाने का यही हाल

दरअसल यह हाल सिर्फ एक पुलिस स्टेशन स्टेशन का नहीं है। बल्कि शहर या देहात सभी थानों का यही हाल है। बिना रुपए लिए थाने में कोई काम नहीं होता। पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर कम से कम भ्00 से लेकर क्000 रुपए तक की डील होती है। अगर कोई रुपए नहीं देता है तो पुलिस उसमें कुछ ऐसी कमियां बताने लगती है कि अगला डर के मारे रुपए दे देता है। या फिर पुलिस स्टेशन में फाइल कहीं डंप न हो जाए, यह सोच कर लोग रुपए देने पर मजबूर हो जाते हैं।

ऐसे गेम करती है पुलिस

पुलिस आसानी से किसी को भी अपने झांसे में ले लेती है। उसके बाद इतना ज्यादा प्रेशर बना देती है कि कोई भी डर जाए। जैसे अगर कोई छात्र इलाहाबाद में आकर स्टडी करता है। उसने अगर पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया। पासपोर्ट जब वेरीफिकेशन के लिए पुलिस स्टेशन जाता है तो पुलिस संबंधित व्यक्ति से क्वेश्चन पूछती है। जैसे आप मूल रूप से कहां के रहने वाले हैं। अगर उस व्यक्ति का स्थायी घर इलाहाबाद में है लेकिन उसने गलती से बता दिया कि वह मूल रूप से इलाहाबाद से कहीं बाहर का रहने वाला है तो पुलिस उसमें गेम कर जाती है। पुलिस यह तर्क देती है कि अब यह फाइल आपके मूल निवास स्थल पर जाएगी। आपने गलत एड्रेस दिया है, इसलिए यह कैंसिल हो जाएगा। इस तरह के ड्रामे और प्रेशर देकर कोई नहीं चाहता कि भ्00-क्000 रुपए के चक्कर में उनका पासपोर्ट बनने से रुक जाए।

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इस खेल पर नहीं नकेल

- पासपोर्ट के वेरीफिकेशन के नाम पर चल रहा गेम

- शिवकुटी पुलिस स्टेशन में रुपए लेते कैद हुए पुलिस वाला

- एक पासपोर्ट के नाम पर 700 रुपए की डिमांड

- रुपए लेने के बाद ही फाइल बढ़ती है थाने से आगे

- रुपए न देने पर तरह तरह की कमियां बताते हैं पुलिस वाले

- पुलिस आफिसर ने तय कर रखा है इसका टाइम लिमिट

- आईजी ने भी कहा था समय के अंदर पूरा होगा काम

- शिवकुटी ही नहीं बल्कि सभी थानों का यही हाल

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- अगर ऐसा है तो तत्काल कार्रवाई होगी। साक्ष्य मिलते ही इस मामले में रिपेार्ट दर्ज की जाएगी।

अरुण पाण्डेय

एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive