धरना स्थल हटने के बाद भी झूलेलाल पार्क में प्रेक्टिस को नहीं आ रहे पतंगबाज और तैराक प्रैक्टिस के लिए शासन की अनुमति का इंतजार


Lucknow: झूलेलाल पार्क से भले ही धरना स्थल हट गया हो, लेकिन ना तो पतंगबाज लौटे और ना ही स्वीमर्स। गोमती नदी के किनारे बनाए गए धरना स्थल पर पहले पतंगबाज दिन भर पेंच लड़ाते दिखाई देते थे। इसके अलावा गोमती नदी के किनारे बने कई क्लब में स्वीमिंग सिखाई जाती थी। पिछले साल जून में इस जगह को धरना स्थल घोषित किए जाने से यहां पर पतंगबाजी और स्वीमिंग की एक्टीविटीज पर रोक लगा दी गई थी.
गोमती नदी के किनारे बने झूलेलाल पार्क से धरना स्थल को खत्म करके एक बार फिर से विधान सभा के सामने दारुलशफा में शिफ्ट कर दिया गया है। झूलेलाल पार्क से धरना स्थल खत्म किए जाने से यहां के पतंगबाज और स्वीमिंग क्लब चलाने वाले खुश है, लेकिन इन लोगों ने अभी तक प्रशिक्षण का काम शुरु नहीं किया है। वजह इस जगह से अभी चौकी नहीं हटाई गई है। यहां पर सुरक्षा बलों का जमावड़ा लगा रहता है।
अनुमति का इंतजार
पतंगबाजों की मानें तो हमें इस बात का डर बना रहता है कि पतंगबाजी के दौरान यहां मौजूद सुरक्षाकर्मी हमसे अभद्र व्यवहार पर ना उतारू हो जाए। स्वीमिंग क्लब का संचालन करने वालों ने बताया कि जब यहां से हमें हटाया गया था तभी हमने दूसरा किनारा ढूंढ लिया था। अब हम वहीं पर प्रशिक्षण दे रहे हैं। जब तक हमें अनुमति नहीं मिल जाती तब तक हम यहां पर प्रैक्टिस शुरू नहीं करेंगे।
रिटेन में नहीं मिला आदेश
एडीएम ट्रांस गोमती देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि झूलेलाल पार्क से धरना स्थल खत्म किए जाने के बारे में मेरे पास कोई लिखित आदेश नहीं आया है। रही बात पतंगबाजी और स्वीमिंग प्रशिक्षण की तो जब हमें आदेश मिल जाएंगे, तब उसे शुरू कराया जा सकता है.

सपा सरकार ने इस जगह से धरना स्थल खत्म कर हम लोगों की बड़ी हेल्प की है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें यहां पर पतंगबाजी की अनुमति मिल जाएगी। इसके लिए विधायक रविदास महरोत्रा और अभिषेक मिश्रा से सम्पर्क कर अनुमति ली जाएगी.
शम्सुद्दीन, प्रेसीडेंट, सैटेलाइट क्लब

पतंगबाजी के लिए शहर में यह एकलौता मैदान है। इसके छिनने से नवाबों की सरजमीं से पतंगबाजी खत्म होने का खतरा है। सपा सरकार ने यहां से धरना स्थल खत्म करवा कर हमें तोहफा दिया है। बस यहां पर प्रैक्टिस की अनुमति मिलते ही फिर से पेंच लड़ते दिखाई पड़ेंगे.
राजेश छिब्बर उर्फ जानी, मेम्बर
गुलाब काइट क्लब

लखनऊ से एक से बढ़ कर एक स्वीमर निकले हैं। इन लोगों ने देश का नाम रोशन किया है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही गोमती नदी के किनारे खुले स्वीमिंग क्लब फिर से गुलजार होंगे।
मुन्ना पाल, संचालक, भारत स्वीमिंग क्लब 

Posted By: Inextlive