रिम्स चूस रहा मरीजों का खून
-सैंपल कलेक्शन के बहाने अलग-अलग लैब में अलग-अलग टेस्ट के लिए लिया जा रहा बार-बार ब्लड सैंपल
-कलेक्शन सेंटर एक जगह नहीं होने के कारण ग्राउंड फ्लोर से लेकर थर्ड फ्लोर तक दौड़ रहे पेशेंट्स >RANCHI: रिम्स में ब्लड सैंपल लेने के नाम पर पेशेंट्स का बार-बार खून चूसा जा रहा है। साथ ही अलग-अलग टेस्ट के लिए सैंपल देने में पेशेंट्स को ग्राउंड फ्लोर से लेकर थर्ड फ्लोर तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। जी हां, रिम्स में ब्लड कलेक्शन की व्यवस्था एक जगह नहीं होने के कारण पेशेंट्स के साथ-साथ अटेंडेंट भी हांफ रहे हैं, लेकिन हॉस्पिटल मैनेजमेंट का इस पर कोई ध्यान नहीं है। ब्लड कलेक्शन सेंटर एक जगह करने को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिख रही है। ग्राउंड से थर्ड फ्लोर तक दौड़रिम्स में ब्लड कलेक्शन की व्यवस्था एक जगह नहीं होने के कारण पेशेंट्स को अलग-अलग टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल अलग-अलग देने पड़ रहे हैं। जबकि एक ही बार ब्लड सैंपल लेकर तमाम टेस्ट किए जा सकते हैं। लेकिन, ग्राउंड फ्लोर से लेकर थर्ड फ्लोर तक स्थित कलेक्शन सेंटर में पेशेंट्स से बार-बार ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं। इस कारण पेशेंट्स की बीमारी ठीक होने से पहले ही उनमें वीकनेस भी आ रहा है।
------बॉक्सकिस फ्लोर पर कौन सी जांच
ग्राउंड फ्लोर: बायोकेमिस्ट्री लैब में मरीजों की थायरायड, टी फ्, टी ब्, टीएसएच की जांच हो रही है।
फर्स्ट फ्लोर: सेंट्रल लैब में रैंडम, यूरिया, क्रिटनीन, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल, सीपीकेनैक, टीएनडीसी, इएसआर का टेस्ट होता है। सेकेंड फ्लोर : यहां के लैब में यूरीन कल्चर, एचआइवी, एचबीएस, बीजी, वीडाल और मलेरिया की जांच होती है। थर्ड फ्लोर: ओपीडी में आने वाले मरीजों की टीसीबीसी, यूरीन, हिस्टोलॉजी, डीएमएस सेल की जांच होती है। । क्या कहते है परिजन इस हास्पिटल में दूर-दूर से मरीज आते हैं। कई ऐसे भी होते हैं, जिनकी स्थिति काफी नाजुक होती है। इसके बावजूद मरीज का कई बार सैंपल लिया जा रहा है। जबकि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि एक ही जगह सैंपल देने के बाद तमाम टेस्ट कराए जा सके। -सत्येंद्र महतो टेस्ट के लिए कभी यहां, कभी वहां भटकना पड़ रहा है। सारे टेस्ट के लिए एक जगह व्यवस्था नहीं होने से काफी परेशानी है। इतना ही नहीं भटकने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। एक ही मरीज का टेस्ट के लिए कई बार खून लिया जा रहा है। श्याम प्रसादपिताजी को लेकर टेस्ट के लिए भटक रहा हूं। पहले तो लैब का पता ही नहीं चला। काफी ढूंढने के बाद मालूम हुआ कि अलग-अलग टेस्ट के लिए अलग-अलग फ्लोर पर जाना होगा। वहीं, कलेक्शन के लिए एक दिन बाद आने को कहा गया है। एक टेस्ट हो चुका है अब दूसरे टेस्ट के लिए कल फिर खून देना होगा।
सुनील कुमार मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ। एसके चौधरी से सीधी बातचीत आई नेक्स्ट : क्या मरीजों का ब्लड सैंपल एक जगह लेने की कोई व्यवस्था नहीं है? जवाब: हां, इसकी व्यवस्था तो फिलहाल हॉस्पिटल में नहीं है। इस पर काम चल रहा है, ताकि एक ही जगह ब्लड सैंपल कलेक्ट कर भेज दिया जाए। आई नेक्स्ट : टेस्ट के लिए भी अलग-अलग फ्लोर पर जाना पड़ता है? जवाब : इसके लिए भी काम किया जा रहा है।