- आई डिपार्टमेंट को एक साल से है येटरियम एल्युमिनियम गारनेट मशीन की डिमांड

- आंखों की बीमारी से परेशान 20 से 25 पेशेंट हर रोज आते हैं यहां, पड़ जाता है लौटना

बरेली : अगर आपकी आंखों में कोई प्रॉब्लम है, तो महाराणा प्रताप जिला संयुक्त चिकित्सालय पर बिल्कुल भी डिपेंड न रहें। यहां जरूरतें पब्लिक के हिसाब से नहीं बल्कि अपने तरीके से पूरी की जाती हैं। इसलिए फैसिलिटी बेहतर करने में सालों में लग जाते हैं। जी हां, हम डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की बड़ी अनदेखी की बात कर रहे हैं। यहां एक साल से आई डिपार्टमेंट के पास सर्जरी करने वाली मशीन नही है। पेशेंट आते हैं और लौट जाते हैं।

इस मशीन की है डिमांड

एक साल से येटरियम एल्युमिनियम गारनेट मशीन की डिमांड है, जिससे आंखों की रेटिना पर पड़ने वाली झिल्ली को हटाया जाता है। सबसे ज्यादा बुजुर्गो की आंखों में यह परेशानी रहती है। विभाग को इस ओर ध्यान दिलाने के बावजूद अभी तक यह मशीन नहीं आ पाई है।

रोज आते हैं 20 से 25 पेशेंट

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में रोज सैकड़ों पेशेंट आते हैं लेकिन अगर आंखों की बीमारी की बात करें तो यहां हर रोज 20 से 25 पेशेंट आते हैं। इन्हें ठीक से इलाज नहीं मिल पा रहा है।

10 बार सीएमओ को भेजा पत्र

आई डिपार्टमेंट के इंचार्ज डॉ। एके गौतम ने पिछले एक साल में 10 बार सीएमओ को पत्र भेजकर मशीन दिलाने की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि शासन से बजट मिलने के बाद कंपनी को पैसा दे भी दिया गया, बावजूद इसके मशीन कपंनी नही दे रही है।

वर्जन -

सर्जरी की मशीन जल्द भेजने के लिए कंपनी को पत्र भेजा गया है। जिसके लिए समय भी तय किया गया है। अगर मशीन नहीं दी जाती है तो कंपनी से बजट रिकवरी कर मशीन खरीदी जाएगी।

डॉ। विनीत शुक्ला, सीएमओ।

Posted By: Inextlive