- कैंपस की जांच कर रही है कमेटी, इकबाल व न्यू होस्टलों का हो सकता है आवंटन

-स्टूडेंट्स को रहने लायक कौन-कौन सा होस्टल है इसकी हो रही है जांच

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PATNA : पटना कॉलेज के दो होस्टलों का इस सेशन में आवंटन हो सकता है। आवंटन के इंतजार में पटना कॉलेज के चार होस्टलों में स्टूडेंट्स का अवैध कब्जा है। न्यू सेशन में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सेशन स्टार्ट हो चुका है। वहीं अभी तक होस्टलों का आवंटन नहीं हो पाया है। पटना से बाहर के नए स्टूडेंट्स इस आशा में हैं कि उन्हें न्यू सेशन में होस्टल मिल जाएगा। पटना कॉलेज के नए प्रिंसिपल डॉ रणविजय कुमार ने होस्टलों की स्थिति जानने के लिए कमिटी बनाया है। प्रोफेसर रणधीर सिंह के नेतृत्व वाली सात सदस्यीय कमिटी कॉलेज के होस्टल की जांच कर रही है।

होस्टल में होंगे दो सौ बेड

इकबाल व न्यू होस्टलों में रिपेयरिंग वर्क लगभग पूरा हो चुका है। होस्टलों में इन दिनों स्टूडेंट्स अवैध रूप से रह रहे हैं। आवंटन के बाद पीयू एडमिनिस्ट्रेशन के लिए होस्टलों के बेड पर आवंटित स्टूडेंट्स को सीट पर कब्जा दिलाना बड़ी चुनौती होगी।

मिंटो व जैक्सन को भी मिलेगा फंड

पटना कॉलेज स्वयं एतिहासिक धरोहर है। पटना कॉलेज के मिंटो होस्टलों व जैक्सन होस्टलों के सौ साल से ज्यादा हो चुके हैं। स्टेट गवर्नमेंट की ओर से दोनो होस्टलोंों को हैरिटेज घोषित किया गया था। होस्टलोंों के रिपेयरिंग की बात पर सहमति बनी, लेकिन रिपेयरिंग के लिए फंड का आवंटन नहीं हो सका। कॉलेज सोर्स के अनुसार हाल में स्टेट गवर्नमेंट दोनों होस्टलोंों के रिपेयरिंग के लिए फंड देने को तैयार हो गई है। दोनों होस्टलों को पुराने शैली में रिपेयरिंग किया जाएगा।

स्टूडेंट्स को हो रही है प्राब्लम

होस्टलों का आवंटन नहीं होने से स्टूडेंट्स को कई तरह की परेशानी होती है। स्टूडेंट्स को तीन-चार हजार रुपए देकर छोटे से कमरे में रहना पड़ता है। प्राइवेट होस्टलों में स्टूडेंट्स को साइकिल व बाइक पार्किंग के लिए भी जगह नहीं होती। कॉलेज के पास प्राइवेट लॉज की दूरी ज्यादा होने के कारण स्टूडेंट्स को कैंपस आने-जाने में काफी परेशानी होती है।

Posted By: Inextlive