- स्ट्राइक खत्म होने के बाद अलॉट होंगे इकबाल व न्यू हॉस्टल

- छह कमरों में चार-चार स्टूडेंट्स की रहने की होगी व्यवस्था

- हाईकोर्ट के आदेश पर स्टूडेंट्स में मची खलबली

PATNA: पटना कॉलेज के दो हॉस्टल, इकबाल और न्यू हॉस्टल जल्द ही स्टूडेंट्स के लिए अलॉट कर दिया जाएगा। इसकी जानकारी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ रणविजय कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि स्ट्राइक समाप्त होने के बाद ही हॉस्टल अलॉट किए जाएंगे। न्यू हॉस्टल के छह रूम में लगा एसबेस्टस पूरी तरह से डैमेज है। स्ट्राइक के बाद उसे बदल दिया जाएगा। हॉस्टल के छह कमरों में चार-चार स्टूडेंट्स की रहने की व्यवस्था होगी। वहीं इकबाल हॉस्टल कैंपस में कैंटीन का काम अभी बाकी है। दोनों हॉस्टलों में करीब दो सौ स्टूडेंट्स की रहने की सुविधा है।

लंबे समय तक चला आंदोलन

पटना कॉलेज के हॉस्टल व सैदपुर स्थित पीजी हॉस्टलों के आवंटन को लेकर एक साल से ज्यादा समय तक आंदोलन होता रहा है। नये प्रिंसिपल डॉ रणविजय कुमार के आने के बाद पटना कॉलेज के हॉस्टलों के आवंटन को लेकर पहल शुरू किया गया था।

'ख्9 अगस्त तक छोड़ दें हॉस्टल'

पटना यूनिवर्सिटी के अधीन हॉस्टलों में अवैध कब्जे को लेकर हाईकोर्ट काफी सख्त है। इसे लेकर स्टूडेंट्स में खलबली मची हुई है। स्टूडेंट्स बुधवार को प्रिंसिपल से मिलकर अविलंब हॉस्टल को आंवटित करने की डिमांड रखी। इस दौरान स्टूडेंट्स ने कहा कि कॉलेज, एडमिशन रसीद के आधार पर हॉस्टल में रहने की वैध अनुमति दे। हालांकि प्रिंसिपल ने स्टूडेंट्स के डिमांड्स को सिरे से खारिज कर दिया। पटना कॉलेज के अलावा सैदपुर कैंपस में हॉस्टलों पर कोर्ट की नजर है।

मिंटो-जैक्सन की बदलेगी सूरत

पटना कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ रणविजय कुमार ने बताया कि मिंटों-जैक्सन हॉस्टल को ऐतिहासिक धरोहर घोषित कर दिया गया है। दोनों हॉस्टल सौ साल से ज्यादा पुराना है। दोनों हॉस्टल को सरकार सवांरने का प्रयास करे। प्रिंसिपल डॉ कुमार ने बताया कि हॉस्टल के बारे में लिखित जानकारी नहीं मिली है।

Posted By: Inextlive