PATNA

: छठ महापर्व को लेकर जिलाधिकारी कुमार रवि ने गंगा पाथवे के ऊपर चढ़कर बांसघाट से महेंद्रूघाट तक गंगा के किनारे घाटों का मुआयना किया। उन्होंने पाया कि घाट तक पहुंचनेवाले रास्ते पानी में डूबे हुए हैं। बांसघाट के रास्ते में भी जगह-जगह गड्ढे हैं। गंगा पाथवे से उतरते ही डीएम ने अधिकारियों और एजेंसियों को निर्देश दिया कि कलेक्ट्रेट घाट और महेंद्रूघाट से रास्ता बनाएं। गंगा के जलस्तर में ढाई मीटर की कमी आएगी। प्रतिदिन 20 से 25 सेंटीमीटर गंगा के जलस्तर में कमी आ रही है। इस दौरान उनके साथ एसएसपी गरिमा मलिक और नगर आयुक्त अमित पांडेय भी मौजूद थे।

निरीक्षण के दौरान गंगा पाथवे की सफाई नहीं होने पर वे बिफर पड़े। बताया गया कि गंगा पाथवे की देखरेख करने वाली एजेंसी का ट्रांसफॉर्मर जला हुआ है। उन्होंने बिजली बहाल कर पानी की आपूर्ति करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि अदालतगंज घाट के रास्ते को बंद करें। मिश्री घाट तक गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ मिला। अनुमान लगाया गया कि छठ महापर्व तक इस घाट पर पानी घट जाएगा। टीएन बनर्जी घाट, बंसी घाट, काली घाट, रानी घाट, बहरवा घाट और लॉ कॉलेज घाट बेहतर स्थिति में मिले। लॉ कॉलेज घाट के ग्रिल को दुरुस्त करने और रानीघाट के पास गिरने वाले गंदे पानी को बंद करने व टूटे मेनहोल के निर्माण का निर्देश दिया। कृष्णा घाट से गाद नहीं हटाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। वहां मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि नियमित सफाई कराएं। वहीं गोलकपुर घाट के लोगों ने मोहल्ले में जमा पानी निकालने की मांग की।

Posted By: Inextlive