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PATNA : अब संजय गांधी जैविक उद्यान (चिडि़या घर) घूमना और भी आसान हो गया है। सरकार ने ऑनलाइन टिकट के बाद अब मोबाइल एप के जरिए टिकट का प्लान बनाया है। बहुत जल्द इस सेवा का विस्तार कर दिया जाएगा जिससे लोगों को टिकट के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। सरकार के प्लान को लेकर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बहुत जल्द चिडि़याघर की सुविधाएं बढ़ा दी जाएंगी।

 

ऑनलाइन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं

पटना के चिडि़याघर में ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था शुरू करने के बाद लोगों को काफी राहत मिली है। अब घर से ही ऑनलाइन टिकट लेकर लोग चिडि़याघर का पर्यटन कर सकेंगे। ऑनलाइन व्यवस्था के साथ मोबाइल एप को लेकर भी जोर दिया जा रहा है। जू के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन टिकट में कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता है। यह व्यवस्था दर्शकों की सहूलियत को लेकर बनाई गई है।

 

अब टिकट के साथ मिल जाएगी जानवरों की कुंडली

टिकट के साथ जानवरों से जुड़ी पूरी कुंडली भी मिलेगी। उपमुख्यमंत्री का कहना है कि अब दर्शकों को टिकट के साथ जू के जानवरों की पूरी कुंडली की ब्रोशर मिल जाएगी। यह जानवरों से जुड़ी जानकारियों से परिपूर्ण अत्याधुनिक रंगीन ब्रोशर (हिन्दी और अंग्रेजी) में मिलेगी। इसमें वन्यप्राणियों की जानकारी, चिडि़या घर का मैप सहित जू से संबंधित हर जानकारी होगी।

 

दिसंबर से जू में थ्रीडी फिल्म

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि जू में आने वाले दर्शक दिसंबर से वन्यप्राणी जीवन पर थ्रीडी फिल्म का आनंद ले सकेंगे। 150 दर्शक की क्षमता वाले ऑडिटोरियम का निर्माण पूरा होने तक आगंतुकों को वन्यप्राणी जीवन पर दिन में दो बार मुफ्त में दिखाई जाने वाली फिल्म का चार शो करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि बच्चों के परिभ्रमण के लिए वर्षो से बंद पड़ी टॉय ट्रेन का परिचालन भी शीघ्र प्रारंभ करने के साथ जू की सड़कों पर चलने वाली 3 कंपार्टमेंट की ट्रैकलेस ट्रेन भी शुरू की जाएगी।

बटन दबाते ही मिलेगी जानवर की जानकारी

सरकार चिडि़याघर में जगह-जगह साइनेज (दिशा निर्देशक बोर्ड) लगाने के साथ ही हर केज के सामने एक प्री रिकॉर्डेड ऑडियो सिस्टम लगाने की तैयारी कर रही है। सिस्टम का बटन दबाते ही दर्शक वन्य प्राणी के बारे में जानकारी सुन सकेंगे। डिप्टी सीएम का कहना है कि कुछ स्थानों पर विजुअल डिसप्ले बोर्ड भी लगाया जाएगा जिसमें 'वन्य जीव दत्तक योजना ' से जुड़ने के लिए बैंकों के साथ अन्य लोक उपक्रमों को भी प्रेरित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक संस्थान वन्य जीवों को गोद लेने के लिए आगे आएं। कैंटीन को भी इको फ्रेंडली बनाने का निर्देश दिया गया है।

 

Posted By: Inextlive