एक साल से चल रहा है सिविल लाइंस में सौंदर्यीकरण का काम, तीन बार बदली डेडलाइन

दो डेडलाइन के बाद भी म्योहॉल स्पो‌र्ट्स काम्पलेक्स में इंडोर स्टेडियम का काम पूरा नहीं

तम्बुओं की नगरी में तीन डेडलाइन के बाद सिर्फ एक पाण्टून पुल बन सका

dhruva.shankar@inext.co.in

ALLAHABAD: स्मार्ट सिटी बनने की होड़ में अपना शहर पहले से ही पिछड़ा हुआ है। अब विकास कार्यो की स्लो स्पीड ने मुश्किल खड़ी कर दी है। सौंदर्यीकरण और बहुउद्देशीय योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम भी शहरियों की उम्मीदों पर अभी तक खरा नहीं उतर सका है तो तम्बुओं की नगरी बसाने में बरती जा रही ढिलाई ने साधु-संतों के साथ श्रद्धालुओं के कान खड़े कर दिए हैं। अफसरों के पास भी डेडलाइन टाइम बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। एक नहीं बल्कि दो-दो बार डेडलाइन बीत जाने के बावजूद न सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो पाया, न ही इंडोर स्टेडियम का उद्घाटन हुआ और न ही तीन डेडलाइन बीत जाने के बाद मेला क्षेत्र में पांच पाण्टून पुल बनाने का निर्धारित लक्ष्य ही पूरा हुआ। आज की तारीख में सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो है कि आखिर कब तक लाइफलाइन दी जाती रहेगी।

महात्मा गांधी मार्ग सौंदर्यीकरण

एमजी मार्ग पर पत्थर गिरजाघर से तुलसी चौराहे तक सौंदर्यीकरण की योजना

योजना की कुल लागत : 1877.26 लाख, सिविल कार्य

विद्युत कार्य : 817.92 लाख

कुल लम्बाई : 1450 मीटर

(नोट - सिविल कार्य : सड़क चौड़ीकरण, कार पार्किंग, वेडरजोन, सर्विस रोड, ट्वायलेट ब्लाक, पुलिस बूथ, बस स्टाप, ड्राप आउट प्वाइंट

विद्युत कार्य : विद्युत व दूरसंचार व्यवस्था को भूमिगत कर व्यवस्थित किया जाना है.)

इलाहाबाद विकास प्राधिकरण ने पत्थर गिरजाघर से तुलसी चौराहे तक सौंदर्यीकरण, सुदृढ़ीकरण व आधुनिकीकरण का कार्य दिसम्बर 2015 में शुरू कराया था। इसके अन्तर्गत सड़क चौड़ीकरण, कार पार्किंग, वेडर जोन, पुलिस बूथ व बस स्टॉप जैसे कार्य होने थे। उस समय कार्यो को पूरा करने का लक्ष्य नौ माह रखा गया था। पहली डेडलाइन 15 सितम्बर को पूरी हुई लेकिन काम अधूरा रहा। दूसरी डेडलाइन दीपावली से पहले रखी गई फिर भी काम पूरा नहीं हुआ। तीसरी बार काम 15 दिसम्बर तक कार्य पूरा किया जाना था लेकिन इस तारीख में भी काम पूरा नहीं हुआ। काम की रफ्तार बताती है कि इसमें कम से कम अभी एक महीने से अधिक का समय लगना है। इसका खामियाजा भुगत रहे हैं सिविल लाइंस के व्यापारी और यहां बिजनेस के सिलसिले में आने वाली पब्लिक।

यह ठीक है कि एमजी मार्ग पर सौंदर्यीकरण के काम में विलंब हो रहा है लेकिन थोड़ी सी दिक्कत सुभाष चौराहे पर आई है। जहां केबिल कट गई थी। उसका काम पर अंतिम दौर में पहुंच गया है। फिनिशिंग का काम ही बाकी रह गया है। कोई मेजर काम नहीं बचा है। फिनिशिंग काम चार या पांच दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

देवेन्द्र कुमार पांडेय,

उपाध्यक्ष इलाहाबाद विकास प्राधिकरण

सौंदर्यीकरण की योजना बहुत ही अच्छी है लेकिन बार बार काम की समय सीमा बढ़ाए जाने से व्यापार को बहुत नुकसान हुआ है। सड़क से लेकर स्टोर में गंदगी का अम्बार हो गया है। अब तो यही सोच रहा हूं कि कब काम पूरा होगा। क्योंकि तभी रुका हुआ व्यापार रफ्तार पकड़ेगा।

राजेन्द्र नारायण सिंह,

पहनावा रेडीमेड स्टोर

सौंदर्यीकरण के नाम पर एमजी मार्ग पर हरे भरे पेड़ों को काट दिया गया। पार्किंग, पुलिस बूथ व बस स्टाप की सुविधाएं जरुर बेहतर हो जाएगी लेकिन वह दिन कब आएगा। अखबारों के माध्यम से ही पता चलता है कि एमजी मार्ग पर कितना काम अधूरा है और कितनी बार उसको पूरा कराने की डेडलाइन बढ़ाई गई।

जय प्रकाश द्विवेदी, द्विवेदी लॉ एजेंसी

अमिताभ बच्चन स्पो‌र्ट्स काम्पलेक्स

सिविल लाइंस स्थित अमिताभ बच्चन स्पो‌र्ट्स काम्पलेक्स में करीब 16 करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण अक्टूबर 2015 में शुरू हुआ था। स्टेडियम में आठ बैडमिंटन कोर्ट, दो स्क्वॉश कोर्ट व एक जिमनेजियम हॉल को 30 सितम्बर तक तैयार किया जाना था। काम पूरा नहीं हुआ तो डेडलाइन बढ़ाकर 12 दिसम्बर तक कर दी गई। चर्चा थी कि 12 को ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्टेडियम का उद्घाटन करने आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। डीएम-कमिश्नर दोनों इसी सप्ताह निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के साथ काम हर हाल में 12 दिसंबर तक पूरा कराने का आदेश देकर जा चुके हैं। इसके बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है। इससे स्पेशली बच्चों का नुकसान हो रहा है जो बैडमिंटन, लॉन टेनिस और टेनिस में अपना कॅरियर बनाने के लिए यहां प्रवेश लेने के इच्छुक हैं।

स्टेडियम का उद्घाटन कब होगा। इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना है। काम चल रहा है।

संजय शर्मा

डिस्ट्रिक्ट स्पो‌र्ट्स ऑफिसर

तीन डेडलाइन के बाद भी अधूरा पाण्टून पुल का निर्माण

माघ मेले की तैयारियों को लगातार झटका लग रहा है। खासतौर से पाण्टून पुल के निर्माण को लेकर। क्षेत्र में महावीर, त्रिवेणी, काली, गंगोत्री-शिवाला, ओल्ड जीटी रोड पाण्टून पुल बनाया जाना है। जिसकी मियाद जिलाधिकारी ने पहले 30 नवम्बर तक निर्धारित की थी। उसके बाद दूसरी डेडलाइन दस दिसम्बर दी गई लेकिन उस तारीख तक सिर्फ महावीर पाण्टून पुल ही आवागमन के लिए शुरू हो सका। 10 दिसम्बर को जिलाधिकारी ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया तो पुल निर्माण में देरी पर उन्होंने साफ कहा कि लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता अब खुद पाण्टून पुल का निर्माण रुककर करवाएंगे। उसके बाद एक बार फिर डेडलाइन बढ़ाकर 25 दिसम्बर तक कर दी गई है।

गंगा की कटान की वजह से पाण्टून पुल के निर्माण में देरी हो रही है। महावीर व त्रिवेणी पाण्टून पुल आवागमन के लिए शुरू हो चुका है। तीन अन्य पुल का निर्माण 25 दिसम्बर तक पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। पाण्टून पुल निर्माण के लिए अभी कोई बजट नहीं बनाया गया है। पूरा प्रयास सिर्फ जल्द से जल्द पुल निर्माण पर दिया जा रहा है।

डॉ। हंसराज यादव,

अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग

Posted By: Inextlive