- प्रदेश सरकार ने अक्टूबर 2018 में नए शस्त्र लाइसेंस बनाने पर लगी रोक हटाई

- नौ महीने में 645 लोगों ने किया आवेदन, सभी पेंडिंग

बरेली : शहर के साथ ही जिले भर में हत्या, लूट और डकैती की वारदातें आए दिन हो रही हैं, लेकिन न तो पुलिस प्रशासन वारदातों पर अंकुश लगा पा रहा है और ही जिला प्रशासन लोगों को खुद अपनी सुरक्षा करने के लिए शस्त्र लाइसेंस मुहैया करा रहा है। लाइसेंस जारी करने में हो रही देरी के लिए अफसर सत्यापन में देरी की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं, जिसका खामियाजा लोगों को जान तक देकर चुकाना पड़ रहा है।

सभी आवेदन पेंडिंग

शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक हटने के बाद शस्त्र लाइसेंस लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। अब तक जिलेभर से 645 लोग आवेदन कर चुके हैं, लेकिन एक भी आवेदक को अब तक लाइसेंस नहीं मिल सका है। परेशान आवेदक लाइसेंस के लिए कभी कलेक्ट्रेट तो कभी आवेदन पर रिपोर्ट लगवाने के लिए थाने के चक्कर लगा रहे हैं।

65 महिलाओं ने मांगा लाइसेंस

जिले भर से शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में करीब 10 परसेंट महिलाएं भी शामिल हैं। जिलेभर से 65 महिलाओं ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। इसमें भी शहरी क्षेत्र की महिलाओं की संख्या ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं से ज्यादा है। लाइसेंस लेने के लिए ज्यादातर महिलाओं ने सुरक्षा को वजह बताया है।

इसलिए पेंडिंग हैं लाइसेंस

अफसरों की मानें तो आवेदनों को सत्यापन के लिए भेजा गया है। सत्यापन की रिपोर्ट अब तक प्रशासन को नहीं मिली है, जिसके चलते अब तक लाइसेंस जारी नहीं हो सके हैं।

ऐसे करें आवेदन

शस्त्र लाइसेंस लेने के लिए आवेदक को विभाग से एक फार्म लेना होता है। फार्म के साथ पहचान पत्र, एड्रेस प्रुफ, दो पासपोर्ट साइज फोटो, बर्थ सर्टिफिकेट, तीन साल का इनकम टैक्स का ब्यौरा और फिटनेस सर्टिफिकेट भी लगाना होगा।

यह है सत्यापन प्रक्रिया

आवेदन करने के बाद प्रशासन की ओर से डॉक्यूमेंट्स को वेरीफिकेशन के लिए संबंधित तहसील, थाने में भेजा जाता है। तहसील और थाने की रिपोर्ट लगने के बाद फाइल वापस डीएम के पास पहुंचती है। इसके बाद डीएम अपने विवेक से लाइसेंस को हरी झंडी देते हैं।

किस शस्त्र के लिए कितना फीस

आवेदन करने के बाद जो भी शस्त्र लेना चाहते है इसके लिए विभाग में चालान जमा करना होता है, विभाग ने बंदूक के लिए 1000, रायफल के लिए 1500 और रिवॉल्वर के लिए 2000 रुपये का चालान जमा करना होता है।

लोगों की बात

1. अपनी सुरक्षा के मद्देनजर मैंने करीब साढ़े पांच महीने पहले रिवॉल्वर का लाइसेंस लेने के लिए अप्लाई किया था, लेकिन अभी तक लाइसेंस नहीं मिल सका है।

रेखा, बिलवा फार्म।

2. मेरा कुछ सगे संबंधियों से जमीनी विवाद चल रहा है, वो लोग मुझ पर जानलेवा हमला कर चुके हैं। करीब सात महीने पहले रायफल का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया, लेकिन अभी तक नहीं मिला।

वीरेंद्र सिंह, संजय नगर।

वर्जन

जो भी आवेदन एक साल में आए हैं, उनको निचले स्तर पर सत्यापन के लिए भेजा गया है। जल्द प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा।

वीरेंद्र कुमार सिंह, डीएम।

Posted By: Inextlive