- बहन बेटियों से की जाती है अभद्रता

- पलायन कराने के लिए किया जा रहा है षडयंत्र

आगरा। डीएम साहब अगर आप हमें सुरक्षा प्रदान नहीं करा सकते हैं तो हम ये शहर ही छोड़ देंगे। हमारी बहन बेटियों से एक विशेष समुदाय के लोग छींटाकशी करते हैं। जीना मुश्किल कर दिया है। अगर यही हाल रहा तो हम शहर छोड़ देंगे। ये पीड़ा लेकर मंगलवार को टीला नंदराम थाना मंटोला के लोग जिलाधिकारी के पास पहुंचे।

पलायन को कर रहे हैं मजबूर

टीला नंदराम के लोगों का कहना है कि उन्हें ढोलीखार और उसके आसपास क्षेत्र में रहने वाले एक विशेष समुदाय के लोग लगातार परेशान कर रहे हैं। मकान खरीदने या कब्जा की नीयत से डराया-धमकाया जाता है। उन्हें वहां से भगाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।

खोल दिए हैं कट्टीखाने

टीला नंदराम के लोगों का कहना है कि उनके मोहल्ले में गाय, भैंस के कट्टीखाने खोल दिए गए हैं। गाय, भैंस और बकरों की कच्ची खाल के गोदाम हैं। जिनकी गंदगी और दुर्गध से परेशान हैं। उन्हें वहां से भगाने का सुनियोजित षड़यंत्र है। इसके साथ ही बहन बेटियों से अश्लील व अभद्र छींटाकशी की जाती है।

फैलाया जाता है प्रदूषण

उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे पुल के पास जूतों की कतरन और कूड़ा डाल दिया जाता है, इसके बाद उसमें आग लगा दी जाती है। जबकि टीटीजेड क्षेत्र होने के बावजूद भी इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे उठने वाली दुर्गध से लोग परेशान हैं। इसके साथ ही विशेष समुदाय के अपराधी किस्म के लोग मोहल्ले में घूमते हैं और डराने और धमकाने का काम करते हैं। उनके कारण हमेशा दहशत और विवाद की स्थिति बनी रहती है।

दी जाए स्वीकृति

टीला नंदराम के लोगों ने मांग की है कि अगर यहां के किसी दलित का मकान बिकता है तो उसकी अनुमति जिलाधिकारी से ली जानी चाहिए।

जिला प्रशासन की होगी जिम्मेदारी

टीला नंदराम के दलित समाज के लोगों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उनके विरुद्ध जो षडयंत्र रचा जा रहा है। उन्हें परेशान किया जा रहा है। उनकी बहन बेटियों के साथ अभद्रता की जा रही है, अगर इन्हें नहीं रोका गया तो वे यहां से पलायन कर जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

ये थे मौजूद

ज्ञापन देने वालों में अशोक पिप्पल, राजीव, विजेंद्र कुमार, शेखर, मनोज कुमार, जितिन, सुंदर, रवि किशोर, कृष्णा, अमर, राजू मौर्या आदि प्रमुख थे।

Posted By: Inextlive