- लच्छीपुर एरिया में गंदगी से पटी पड़ी हैं नालियां

- जरा सी बीरिश होते ही घरों में घुसने लगता है पानी

GORAKHPUR: बारिश का मौसम लच्छीपुर निवासियों के लिए तरह-तरह की चुनौती लेकर आता है। मसलन फिसलन भरे रास्तों पर गाड़ी चलाना, घुटने भर पानी में चलकर घर से निकलना और घर में घुसे पानी को वाइप कर बाहर निकालना। एरिया के अधिकांश हिस्से में पक्की नालियों का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश होते ही यहां के लोगों के लिए मुसीबत बढ़ जाती है। अभी भी यहां के कई एरिया ऐसे हैं जहां ठीक से कच्ची सड़क तक का निर्माण नहीं हुआ है। जिसके कारण हल्की बारिश में ही यहां की नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। इतना ही नहीं एक बार सड़क पर पानी लगने के बाद कई दिनों तक जमा रहता है, जो तरह-तरह की बीमारियों का सबब बनती हैं।

निगम को नहीं है परवाह

लच्छीपुर एरिया में बहुत कम जगहें ऐसी हैं जहां पर कूड़े को रखने और नालियों की सफाई का पर्याप्त इंतजाम किया गया हो। अधिकांश जगहों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। नालियों को देखकर ही समझा जा सकता है कि महीनों से इनकी सफाई नहीं की गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नालियों की सफाई नहीं होने के कारण कई जगहों पर घुटनों तक पानी लग जाता है। बारिश के बाद गंदगी की बदबू असहनीय हो जाती है। नालियों की सफाई के लिए कई बार शिकायत की गई लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है।

नाली से नहीं बह रहा पानी

लच्छीपुर झूला पार्क में गंदगी का बोलबाला है। नाली पर रखे स्लैब टूट कर उसी में गिर गए हैं जिसकी वजह से पानी का बहाव नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति किसी एक जगह की नहीं है बल्कि कई जगहों पर दिख जाएगी। यही वजह है कि यहां ज्यादातर नालियां ओवरफ्लो होकर बह रही हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां सफाईकर्मी महीनों तक दिखाई ही नहीं देते हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी किसी तरह की सुनवाई नहीं होती है। हार मानकर खुद लोगों को अपने घर के सामने की सफाई करनी पड़ती है।

कोट्स

हर बारिश में घर के सामने इस कदर पानी लग जाता है कि घर से निकलने में काफी परेशानी होती है। एक बार पानी लगने के बाद तीन से चार दिनों तक परेशानी होती है।

- लालू साहनी, स्टूडेंट

नगर निगम में कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है। हर बारिश में नारकीय स्थिति हो जाती है।

- राहुल गुप्ता, स्टूडेंट

लच्छीपुर में सफाई तो होती ही नहीं है। जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है बारिश में यही कूड़ा जलजमाव और बीमारी का कारण बन जाता है।

- मुकेश गुप्ता, बिजनेसमैन

Posted By: Inextlive