प्लेबैक सिंगर सोनू निगम के खिलाफ भड़के लोग, पोस्टर जलाया, नारेबाजी की, थाने में तहरीर भी दी

ALLAHABAD: प्लेबैक सिंगर सोनू निगम के ट्वीट से जहां पूरे देश में धार्मिक स्थलों पर लगने वाले लाउडस्पीकर्स को लेकर बहस छिड़ गई है। वहीं समुदाय विशेष में सोनू निगम के इस ट्वीट से जबर्दस्त आक्रोश है। इसका असर मंगलवार को इलाहाबाद में भी दिखा। सिविल लाइंस थाने में कुछ अधिवक्ताओं ने सोनू निगम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। मानसरोवर चौराहे पर सोनू निगम का पोस्टर जलाकर विरोध जताया गया।

बयान को बताया शर्मनाक

शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव इरशाद उल्ला के नेतृत्व में मंगलवार को दर्जनों लोग मानसरोवर चौराहे पर इकट्ठा हुए, उन्होंने सोनू निगम के बयान का विरोध करते हुए उनके पोस्टर पर कालिख पोती और नारेबाजी करते हुए उसे आग के हवाले कर दिया। इरशाद उल्ला व अनिल चौधरी ने कहा कि सोनू निगम का बयान शर्मनाक है कि अजान से उन्हें दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि भारत स्वतंत्र राज्य है। यहां सभी धर्मो के लोग रहते हैं, जिन्हें भटकाने और भड़काने की कोशिश न की जाए। विरोध जताने वालों में अनिल चौधरी, राजू, मो। फैज, इरफानुल हक, नौशाद, लालबाबू साहू, मुमताज अहमद, राधवंश चौधरी, विक्की, राजकुमार, शौकत अली आदि शामिल रहे।

आस्था को पहुंची है ठेस

अधिवक्ता जियाउद्दीन शादान के नेतृत्व में कई अधिवक्ता मंगलवार को सिविल लाइंस थाने पहुंचे। उन्होंने फरीदाबाद हरियाणा के मूल निवासी और इन दिनों महाराष्ट्र मुंबई में रह रहे सिंगर सोनू निगम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। थानाध्यक्ष को दी तहरीर में अधिवक्ताओं ने कहा है कि वे इस्लाम धर्म को मानने वाले हैं। टीवी व अखबार के माध्यम से सोनू निगम द्वारा यह कहे जाने कि अजान से उन्हें दिक्कत होती है से हम सब की आस्था को ठेस पहुंची है। देश की अखंडता को ठेस पहुंचाने के आरोप में सोनू निगम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। अधिवक्ता इरशाद उल्ला, शाहनेवाज आलम, मुमताज सिद्दीकी आदि ने तहरीर पर हस्ताक्षर किए। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने तहरीर तो ले ली, लेकिन देर शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था।

फ्रस्टेशन के शिकार हैं सोनू

अंजुमन गुन्चा-ए-कासिमया, उम्मूल बनीन सोसाइटी और शिया-सुन्नी इत्तेहाद कमेटी की संयुक्त बैठक में गायक सोनू निगम के बयान की निंदा की गई। सैय्यद मो। अस्करी ने कहा कि सोनू निगम अजान पर भड़काऊ बयान देकर शोहरत पाना चाहते हैं। वे इस समय काम न मिलने से फ्रस्टेशन के शिकार हैं। उन्होंने यह बयान दूसरों के इशारे पर दिया है। विरोध करने वालों में शादाब जमन, मो। जैद, आसिफ रिजवी, शबी अब्बास, शफीक, शमीम उद्दीन, निसार अली, अबरार हुसैन आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive