- सीएम की रवानगी के बाद अफसरों पर गरजे ग्रामीण, उपेक्षा का लगाया आरोप

>NEW TEHRI: 10 स्कूली बच्चों की सड़क हादसे में जान चले जाने के बाद से ग्रामीणों में सरकार के प्रति नाराजगी है। संडे को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत परिजनों से मिलने कंगसाली पहुंचे। सीएम से मुलाकात के दौरान तो ग्रामीण शांत रहे लेकिन, सीएम के रवाना होते ही बिफर पड़े। आक्रोशित लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया। इतना ही नहीं अफसरों से मुआवजा राशि के चेक लेने तक से मना कर दिया।

सीएम पर लगाया उपेक्षा का आरोप

दरअसल, कंगसाली के 10 स्कूली बच्चों की पिछले दिनों हादसे में मौत हो गई थी। जिस मैक्स वाहन में वह स्कूल जा रहे थे, उसे अनट्रेंड युवक चला रहा था। जबकि आमतौर पर वाहन चलाने वाला उसका पिता पीछे सीट पर बैठा था। एक्सीडेंट के दौरान पिता-पुत्र कूद गए थे। लेकिन वाहन में सवार 20 बच्चों में से नौ की मौके पर ही मौत हो गई थी और एक ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया था। घायल बच्चों का ट्रीटमेंट चल रहा है। संडे को सीएम परिजनों को सांत्वना देने कंगसाली गांव पहुंचे। परिजनों को सांत्वना देने के उपरांत जैसे ही सीएम वहां से निकले परिजन व अन्य लोग अधिकारियों पर बिफर पड़े और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। अधिकारी दिवंगत बच्चों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की मुआवजा राशि के चेक लेकर पहुंचे थे। जबकि मृतक आश्रितों को एक लाख और घायलों को दस हजार रुपये प्रशासन घटना वाले दिन दे चुका था। ग्रामीणों ने मुआवजा राशि कम बताने के साथ ही सरकार पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया। आरोप लगाए सीएम ने क्षेत्र में आने के बाद भी इलाके के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की। इसी दौरान परिजनों ने मुआवजा राशि के चेक लेने के इन्कार कर दिया।

Posted By: Inextlive