अब झटपट दूर होंगी डेंटल प्रॉब्लम
- सिटी के 2 दर्जन क्लीनिक्स को मिली सशर्त परमिशन
- कोविड के रूल्स और रेगुलेशन करने होंगे फॉलो - इंफेक्शन के खतरे की वजह से नहीं मिल रही थी परमिशनGORAKHPUR: लॉकडाउन में दांतों के दर्द और इससे जुड़ी प्रॉब्लम से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। अब वह डेंटिस्ट के क्लीनिक पर पहुंचकर अपना प्रॉपर इलाज करा सकेंगे। शासन के निर्देश पर डीएम ने डेंटल क्लीनिक्स को इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं के लिए परमिशन दे दी है। इसके बाद अब काफी दिनों से दवा खा-खाकर अपनी प्रॉब्लम का सॉल्युशन पाने की इंतजार कर रहे लोगों को राहत मिल जाएगी और वह क्लीनिक्स पर पहुंचकर अपना इलाज करा सकेंगे। क्लीनिक खोलने की परमिशन देने के साथ ही कोविड के रूल्स एंड रेग्युलेशन फॉलो करने के लिए भी कहा गया है, ऐसा न करने वालों से न सिर्फ क्लीनिक खोलने की परमिशन वापस ले ली जाएगी, बल्कि उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई भी करेगा।
टेलीफोनिक ही मिल पा रहा था ट्रीटमेंटऐसे सैकड़ों लोग हैं, जो बेतहाशा दर्द से रोजाना दो-चार हो रहे हैं, लेकिन सिवाए पेन किलर खाकर अपना दर्द कम करने के उनके पास कोई ऑप्शन नहीं हैं। डेंटिस्ट भी मजबूर हैं कि उनको अब तक मरीज देखने की परमिशन नहीं मिल पा रही थी। वह भी सिर्फ टेलीफोनिक मरीजों का हाल जानकर उन्हें दवा प्रिस्क्राइब कर दे रहे हैं, इसमें से बहुतों को राहत भी मिल जा रही है, लेकिन कुछ ऐसे भी केस सामने आ रहे थे, जिनमें सिर्फ फौरी राहत मिल रही है, मगर बाद में फिर दर्द बढ़ जा रहा था। इसकी वजह से न सिर्फ मरीज बल्कि डॉक्टर भी परेशान थे कि किसी तरह से उनका इलाज किया जाए, जिससे कि उनका दर्द ठीक हो जाए। अब परमिशन मिलने के बाद दोनों ने राहत की सांस ली है। पेशेंट्स की इस प्रॉब्लम को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमुखता के साथ उठाया था।
जांच की भी पड़ती है जरूरतडेंटिस्ट की मानें तो कुछ केस ऐसे होते हैं, जिनके सिंप्टम्स सुनकर दवा दी जा सकती है, लेकिन कुछ ऐसे भी केस होते हैं, जिसमें सिंप्टम्स सुनने के बाद भी दवा बताने पर मरीजों को राहत नहीं मिल पाती है। ऐसे केसेज में छोटी-मोटी जांचे भी करनी पड़ती हैं, वहीं फिजिकली उस जगह को भी देखना पड़ता है, जहां पर प्रॉब्लम है, ऐसा न करने से ही प्रॉपर डॉयग्नोस्टिक होने में प्रॉब्लम होती है, जिसकी वजह से पेशेंट्स को रीलीफ नहीं मिल पाती। इन दिनों वही हो रहा है। कुछ छोटे-मोटे मर्ज में टेलीमेडिसिन से तो काम चल जा रहा है, लेकिन कुछ केस ऐसे भी हैं, जिनको देख न पाने की वजह से पेशेंट्स परेशान हैं, लेकिन लॉकडाउन के रूल्स एंड रेग्युलेशन ने डॉक्टर्स को बांधे रखा है।
इन्हें मिली है इजाजत ओम डेंटल क्लीनिक, जुबली रोड ऑर्थोडांटिक एंड डेंटल क्लीनिक, बैंक रोड मल्होत्रा मल्टीस्पेशयालिटी डेंटल क्लीनिक, बेतियाहाता फैमिली डेंटल क्लीनिक, सुरजकुंड रेलवे क्रॉसिंग डॉ। संजीव गुलाटी डेंटल क्लीनिक, बैंक रोड आशा डेंटल क्लीनिक, चरगावां डॉ। लाल मल्टीस्पेशयालिटी क्लीनिक, बशारतपुर डॉ। तैयब डेंटल मैक्सोफेशियल क्लीनिक, गाजीरौजा उचवां शाही डेंटल क्लीनिक, सुमेर सागर मीरा डेंटल क्लीनिक, विजय चौक मॉडर्न डेंटल क्लीनिक, बेतियाहाता बालाजी डेंटल क्लीनिक, बेतियाहाता चाउसन डेंटल क्लीनिक, टाउनहॉल रामा डेंटल क्लीनिक, कूड़ाघाट संजीवनी क्लीनिक, कूड़ाघाट चेन डेंटल क्लीनिक, गीता प्रेस गायत्री डेंटल क्लीनिक, खरैया पोखरा, मेडिकल रोड श्री डेंटल एंड इंप्लांट सेंटर, असुरन प्रिया डेंटल हॉस्पिटल, कूड़ाघाट डीके डेंटल क्लीनिक, मोहद्दीपुर कंप्लीट डेंटल केयर, जंगल मातादीन पटेल डेंटल वर्ल्ड, चरगावां ग्लोबल्स डेंटल, एचएन सिंह चौक मल्होत्रा डेंटल केयर, सुमेर सागर ब्रेसिंग स्माइल डेंटल क्लीनिक, अलहदादपुर वर्जन डेंटल क्लीनिक्स को खोलने के लिए परमिशन मिली है। अभी कुछ क्लीनिक्स को ही परमिशन दी गई है। सभी को कोविड गाइडलाइन स्ट्रिक्टली फॉलो करने के लिए कहा गया है।- डॉ। अनुराग श्रीवास्तव, सेक्रेटरी, आईडीए