ALLAHABAD: इस बार कुंभ में अखाड़ों की पेशवाई भी डिफरेंट कलर्स और सोशल इश्यू से रंगी हुई नजर आई है. जहां अखाड़ों की पेशवाई में कन्या भू्रण हत्या जैसे सीरियस इश्यू को उठाया गया वहीं सैटरडे को श्री निर्मल अखाड़ा की पेशवाई पंजाबी रंग में रंगी हुई थी. इस पेशवाई में भागड़ा और गिद्धा डांस का तड़का भी लगा. मार्निंग में पंचायती अखाड़ा के संतों ने इष्ट देव की पूजा अर्चना के बाद पथरचट्टी रामलीला कमेटी मैदान से धूमधाम से पेशवाई निकालने का सिलसिला शुरु हुआ. पेशवाई में पंच प्यारे के साथ ही गुरु नानक देव की झांकी भी श्रद्धालुओं का सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बनी रही है.

भांगड़ा व गिद्धा ने मोहा श्रद्धालुओं का मन 

जहां अभी तक पेशवाई के दौरान नागा साधुओं के करतब श्रद्धालुओं को रोमांचित करते रहे है, वहीं श्री निर्मल अखाड़ा की पेशवाई में भांगड़ा व गिद्धा डांस ने श्रद्धालुओं का मन मोहा। पेशवाई के दौरान जगह-जगह हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने साधू-संत पर पुष्प वर्षा करके आर्शीवाद लिया। इस दौरान साधु-संत की कलाबाजी भी श्रद्धालुओं को रोमांचित करती रही है। पथचट्टी से निकली यह पेशवाई डिफरेंट रूट से होते हुए कुंभ मेला एरिया तक पहुंची। अखाड़ा के साथ ही सेटरडे को पायलट बाबा ने भी पेशवाई निकाली। इस दौरान बाबा के आर्शीवाद के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जमा रही है. 

 

Posted By: Inextlive