अपनी रोजी रोटी छिनते देख धरने पर बैठ गए पेठा व्यापारी
- पेठा व्यवसायियों ने एडीए के अगेंस्ट खोला मोर्चा
- एडीएम सिटी के आश्वासन के बाद खत्म किया धरना AGRA। अपनी रोजी रोटी छिनते देख पेठा व्यापारियों में गुस्सा व्याप्त हो गया और उन्होंने एडीए प्रशासन के अगेंस्ट मोर्चा खोल दिया। पेठा व्यवसायियों ने अपनी फैमिली के साथ थर्सडे को एडीए में धरना दिया। एडीएम सिटी के आश्वासन के बाद ही पेठा व्यवसायियों ने अपना धरना समाप्त किया। आवंटन कर दिए कैंसिल कालिंदी विहार में 90 पेठा व्यवसायियों को एडीए ने भूखंड आवंटित किए गए थे। फैसिलिटी न मिलने पर पेठा व्यवसायियों ने वहां रोजगार शिफ्ट नहीं किया। जिसे लेकर एडीए ने आवंटित किए गए भूखंड कैंसिल कर दिए। चार महीने से दौड़ रहे व्यापारी पट्टा कैंसिल होने की सूचना पर पेठा व्यापारी पिछले चार महीने से एडीए में अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन हर बार उन्हें एक नई डेट दे दी जाती है।90 में से मात्र क्फ् किए सेलेक्ट
कालिंदी विहार में आवंटित किए गए 90 भूखंडों में से मात्र क्फ् पेठा व्यवसायियों को ही भूखंड दिए जाने की कार्रवाई एडीए ने की। जबकि बाकी के भूखंड कैंसिल कर दिए। धरने पर बैठ गए व्यापारीएडीए में सेक्रेटरी ऑफिस के आगे पेठा व्यापारी थर्सडे सुबह क्0 बजे अपनी फैमिली के साथ पहुंच गए। व्यवसायियों ने उच्चाधिकारियों से बात करने का प्रयास किया तो पता चला कि एडीए में कोई भी उच्चाधिकारी ही नहीं हैं। बाद में उप सचिव सुनीता यादव ने उन्हें मनाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने।
एडीएम सिटी के आश्वासन पर हुआ धरना समाप्त एडीए में धरना दे रहे पेठा व्यवसायियों की मांग थी कि उनके पट्टों को रीस्टोर किया जाए, ताकि वह भी कालिंदी विहार में अपना बिजनेस शुरू कर सकें। धरने की सूचना पर एसीएम फर्स्ट ने पेठा व्यवसायियों की बात एडीएम सिटी पीपी पाल से बात कराई जिस पर एडीएम सिटी ने चार दिन के अंदर उनकी मांग पर विचार करने की बात कहते हुए धरने को समाप्त करा दिया। मांग नहीं मानी तो दोबारा करेंगे प्रदर्शन पेठा व्यवसायियों का कहना है कि यदि पांच दिन के अंदर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो एडीए के अंदर वह दोबारा धरना देने को बाध्य होंगे। फिर चाहे इसके लिए उन्हें कुछ भी क्यों न करना पड़े। एडीए से गायब हुए अधिकारीएडीए में आने वाले फरियादियों को भी बैरंग लौटने को विवश होना पड़ रहा है। एडीए में उपाध्यक्ष अजय चौहान अवकाश पर चल रहे हैं तो वहीं एडीए सेक्रेटरी रवीन्द्र कुमार व जोइंट सेक्रेटरी भी अवकाश पर हैं। आखिर एडीए में आने वाले फरियादियों की फरियाद को कौन सुनेगा। दीपक अग्रवाल, राकेश मित्तल, राजेश बंसल, अवनीश बंसल, सचिन अग्रवाल, नरेन्द्र भार्गव, संतोष कुमार, राकेश कुमार, मीरा सिंघल, गुड्डी गर्ग आदि ने अपनी मांगों को लेकर एडीए में धरना दिया।