फुरकान मर्डन केस

आई फॉलोअप

-पुलिस चौतरफा जाल बिछाए ही बैठे रही, आरोपी रात को ही पहुंच गए थे कचहरी

-वकील के चैम्बर में गुजारी रात, शराब के साथ बिरयानी का लुफ्त उठाया, टहलते हुए पहुंचे कोर्ट

-तीनों ने मृतक के भाई रिजवान पर ही हत्या का आरोप लगाया, खुद को बताया साजिश का शिकार

KANPUR : फुरकान मर्डर केस में आखिरकार पुलिस का पैंतरा काम कर गया। परिजनों को उठाने और कुर्की की कार्रवाई के दबाव में हत्यारोपियों ने सरेंडर तो कर दिया, लेकिन वो पुलिस के हाथ नहीं लगे। कचहरी के चौतरफा पुलिस और क्राइम ब्रांच तैनात रही, इसके बाद भी तीनों शातिर पुलिस को गच्चा देकर टहलते हुए कोर्ट पहुंचे और सरेंडर कर दिया। अब पुलिस उनको रिमाण्ड पर लेने की तैयारी कर रही है। इधर, तीनों शातिरों ने खुद को बेकसूर बताते हुए मृतक के भाई पर ही उसकी हत्या करवाने का आरोप लगाया। कोर्ट ने रिमाण्ड मंजूर कर तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

29 नवंबर को हुआ था मर्डर

फुरकान का मर्डर 29 नवंबर को हुआ था। उसके अगले दिन ही फुरकान की शादी थी। घटना दिन के वो लंगोटी नाम के एक लड़के साथ बियर पीने गया था। उसने सबलू के अंडे के ठेले में बीयर पी फिर वो स्कूटी से घर जाने लगा। रास्ते में भन्नानापुरवा में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसके भाई रिजवान दागी ने हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा, शानू लफ्फाज और सनी पर हत्या का आरोप लगाया है, जबकि हत्यारोपियों की दलील है कि उस दिन शानू की बहन की शादी थी और तीनों शादी समारोह में थे फिर वे कैसे मर्डर कर सकते हैं।

पुलिस से दो कदम आगे निकले

तीनों की सरेंडर अर्जी दाखिल होते ही पुलिस ने उन्हें दबोचने के लिए प्लान बनाया था। कचहरी के बाहर चौतरफा जाल बिछा रखा था। कचहरी के हर गेट पर सादे कपड़ों में फोर्स तैनात थी। तीनों शातिर भी पुलिस की हर तैयारी से वाकिफ थे, इसलिए उन्होंने भी कोर्ट पहुंचने के लिए जबरदस्त योजना बनाई थी। वे एक दिन पहले यानि सोमवार की रात को ही कचहरी पहुंच गए थे। वे पूरी रात कचहरी में मौजूद रहे। पुलिस कचहरी के बाहर तीनों को तलाश करती रही और वे सुबह कोर्ट में हाजिर हो गए।

चैम्बर पर भी भी नजर

पुलिस तीनों आरोपियों के वकीलों के चैम्बर पर भी नजर रखे थी, ताकि चैम्बर में घुसने से पहले ही उन्हें दबोचा जा सके। लेकिन हत्यारोपी पुलिस से एक कदम आगे सोच रहे थे। तीनों अपने वकील के चैम्बर में मुलाकात नहीं करते थे, बल्कि वे दूसरे चैम्बर में वकील से मुलाकात करते थे। इसी चैम्बर में उनके रुकने का इंतजाम किया गया था। जहां पर उनके लिए बिरयानी और बीयर की भी व्यवस्था की गई थी। तीनों ने बीयर और बिरयानी का लुफ्त उठाते हुए राज गुजारी।

एसओ का चेहरा उतर गया

कचहरी के बाहर फोर्स मुस्तैदी के बीच तीनों शातिरों के सरेंडर करने की खबर सुनते ही एसओ का चेहरा उतर गया। पहले तो उनको विश्वास ही नहीं हुआ। वे खुद तीनों को देखने के लिए कोर्ट गए। जहां तीनों को कठघरे में मौजूद देख वो मायूस होकर लौट गए। इसके बाद उन्होंने सिपाहियों को फटकार कर अपनी खीझ उतारी।

'भाई ने ही प्रापर्टी के लिए मारा'

तीनों हत्यारोपियों ने खुद को बेकसूर बताया। जेल जाने से पहले मीडिया से तीनों ने कहा कि रिजवान ने उन्हें साजिश कर फंसाया है। रिजवान ने ही प्रॉपर्टी के लिए फुरकान की हत्या करवा दी और उन पर सारा आरोप मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि रिजवान शातिर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर है। फुरकान शादी के बाद अलग रहने की बात कह रहा था। जिसे लेकर उसकी रिजवान से कहासुनी भी हुई थी। इसलिए रिजवान ने उसकी हत्या करवा दी। तीनों ने यह भी दावा किया कि रिजवान घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। वो वारदात के वक्त घर पर सो रहा था। इसके बाद भी उसने खुद को चश्मदीद गवाह बताते हुए झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मोबाइल लोकेशन और शादी की दलील देंगे

हिस्ट्रीशीटर शाहिद के वकील राहुल भट्टा हैं, जबकि सनी और शानू के वकील मोनू तिवारी है। एडवोकेट राहुल और मोनू का कहना है कि वे शानू की बहन की शादी में आरोपियों की मौजूदगी की दलील देकर जमानत की अपील करेंगे। वे कोर्ट से अपील करेंगे कि वारदात के समय तीनों आरोपियों की मोबाइल लोकेशन चेक कर ली जाए। जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

जेल में हो सकता है गैंगवार

फुरकान मर्डर के बाद शाहिद, सनी और शानू के बीच छत्तीस का आकड़ा हो गया था, लेकिन अब तीनों ने हाथ मिला लिया है। तीनों को जेल भेज दिया गया है। जहां पर शाहिद का दुश्मन सबलू, कालू कार्लोस गुर्गो समेत पहले से बन्द है। अब शाहिद के जेल जाने से वहां पर गैंगवार का खतरा बढ़ गया है।

Posted By: Inextlive