पिछले कुछ मैचों मे मिली करारी हार के बाद आलोचना का शिकार बने कप्‍तान धोनी अपनी कप्‍तानी की समीक्षा जनहित याचिका के जरिए करवाना चाहते हैं। टीम इंडिया को ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ लगातार तीन वनडे में हार का सामना करना पड़ा है।

पीआईएल दाखिल करें
मेलबर्न मैच में हार के बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान धोनी ने अपनी कप्तानी को लेकर एक बड़ा बयान दिया। धोनी ने कहा, 'यदि मैं अपने प्रदर्शन की समीक्षा शुरु कर देता हूं तो यह हितों का टकराव होगा। हमें कप्तान के रूप में मेरे प्रदर्शन का आकलन करने के लिए जनहित याचिका दायर करनी होगी।' हालांकि धोनी ने यह बात मजाक में ही लेकिन लगातार मिली हार से उनका व टीम का मनोबल काफी फिर गया। उन्होंने आगे कहा, 'टीम को बॉलर्स की गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि गेंदबाजी आक्रमण काफी कमजोर है। वैसे कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी मेरी ही बनती है लेकिन बाद में यह कोई और जिम्मेदारी संभालेगा। ऐसे में टीम की कमजोर कड़ी को सुधारने की जरूरत है।'

बल्लेबाजों का प्रयास विफल

मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे मैच में बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की धोनी ने तारीफ तो की। लेकिन शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का प्रयास एक बार फिर बेकार चला गया। कोहली के शानदार शतक पर धोनी ने कहा कि, 'वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और उसने लगातार सुधार किया है। भारतीय बल्लेबाजों में छोटे प्रारुप में रोहित शर्मा के साथ वह सर्वश्रेष्ठ है। आज जिस तरह से उसने अपनी पारी संवारी वह पहले दो मैचों से थोड़ी अलग थी।
यह हार पचाना मुश्किल
धोनी ने तीसरे वनडे में मिली हार का जिम्मेदार खराब क्षेत्ररक्षण को भी बताया। उन्होंने कहा, 'यह हार पचाना मुश्किल है। हमने आज अच्छा क्षेत्ररक्षण नहीं किया। कम से कम तीन बाउंड्री हमें आसानी से रोकनी चाहिए थी।'

inextlive from Cricket News Desk

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari