भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी का रविवार को पिण्डदान और श्राद्ध किया गया। यह सब उनकी पाैत्री ने कानपुर में किया है।

कानपुर। पितृपक्ष में पिण्डदान और श्राद्ध आदि अधिकांश पुरुषों द्वारा किया जाता है लेकिन कानपुर के सरसैया घाट पर महिलाएं अपने पूर्वजों की आत्मशांति के लिए पिण्डदान और श्राद्ध करती हैं। ऐेसे में हर साल की तरह रविवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने गंगा नदी के किनारे सरसैया घाट पर अपने पूर्वजों को विधिविधान से तर्पण किया।

Women perform ‘Tarpan’ (a ritual to offer water & prayers to their ancestors’ soul) during 'Pitru Paksha' in Kanpur. Nandita Mishra (in pic 3&4), the grand-daughter of former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee also performed the ritual. pic.twitter.com/CPY45kgn3X

— ANI UP (@ANINewsUP) September 22, 2019


विधिविधान से पूर्व पीएम का पिण्डदान और श्राद्ध किया
इस दौरान सरसैया घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी पौत्री नंदिता मिश्रा भी पहुंची। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक उन्होंने विधिविधान के साथ पूर्व पीएम का पिण्डदान और श्राद्ध किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नंदिता अटल बिहारी वाजपेयी के बड़े भाई की पाैत्री हैं और कानपुर में रहती हैं।
अटल जी की दत्तक पुत्री नमिता ने दी थी उन्हें मुखाग्नि
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का बीते साल 16 अगस्त, 2018 में 93 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद एम्स में निधन हो गया था। ऐसे में दूसरे दिन उनकी दत्तक पुत्री नमिता ने मंत्रोचार के बीच मुखाग्नि दी थी। भारत रत्न पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जनता के बीच अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं।

 

Posted By: Shweta Mishra