बॉलीवुड में आमिर खान का नाम मिस्‍टर परफेक्‍शनिस्‍ट यूं ही नहीं पड़ा. अपनी हर फिल्‍म में आमिर जिस तरह से एक्टिंग करते हैं उसे देखकर लगता है कि वह खुद एक एक्टिंग स्‍कूल हैं. आमिर ने अपनी इसी काबिलियत का प्रदर्शन अपनी नई फिल्‍म 'पीके' में भी किया. 'पीके' एक ऐसे सब्‍जेक्‍ट पर बनी फिल्‍म है जिसे देखने के बाद आप खुद से कई सवाल करने लगेंगे. अब इसे हम आमिर खान का जादू कहें या फिर अच्‍छे विषय को सिलसिलेवार तरीके से प्रस्‍तुत करने की कला....यह मूवी है ही ऐसी जिसे देखने के लिये आपको तैयार रहना चाहिये. फिलहाल यह आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है तो आइये पढ़ें क्‍या कहता है 'पीके' का रिव्‍यू...

अंधविश्‍वास का नंगा सच
अगर आपने अक्षय कुमार और परेश रावल स्‍टारर OMG को देखा है, तो यह फिल्‍म उससे दो कदम आगे है. OMG में जिस तरह से भगवान और धर्म-कर्म के नाम पर अंधविश्‍वास को तोड़ा गया था, ठीक उसी तरह इसमें भी वही काम किया गया, लेकिन तरीका कुछ डिफरेंट है. भगवान के नाम पर यहां कुछ लोग जिस तरह से अपना धंधा चलाते हैं, पीके उन्‍हें बिना कुछ कहे सबक सिखा देता है. हालांकि यह बात तो कथित तौर पर भगवान के मैसेंजर्स की हुई, लेकिन पीके समाज के उस वर्ग को भी आइना दिखाता है, जो अंधविश्‍वास का चोला ओढ़े हैं या फिर ओढ़ने की कोशिश करते हैं. इस फिल्‍म में सीधे तौर पर मैसेज दिया गया है कि हमारा समाज किस तरह से एक व्‍यक्ति के धर्म को जानकर उसका कैरेक्‍टर सर्टिफिकेट बना देता है. अब ऐसे में फिल्‍म हमारे सामने कुछ सवाल छोड़ जाती है कि हमें अपनी इस पारंपरिक सोच को मॉडिफॉइड करना है या फिर इसी अंधविश्‍वास के भवसागर में डुबकी लगानी है.
pk
U/A: Comedy/Drama
Director: Rajkumar Hirani
Cast: Aamir Khan, Anushka Sharma, Sushant Singh Rajput, Sanjay Dutt, Boman Irani

 

कैसे शुरु होती है यह कहानी
अब हम पीके की कहानी की बात करें, तो यह एक एलियन से शुरु होती है, जिसका यान धरती पर उतरता है और वह हमारी दुनिया देखने बाहर आ जाता है. इस फिल्‍म में आमिर खान एक एलियन बने हुये हैं, जो किसी कारणवश धरती पर भगवान खोजने आता है. हालांकि यहां की अनसुलझी दुनिया देखकर वह काफी हैरत में पड़ जाता है. पीके के अलावा जगतजननी (अनुष्‍का शर्मा) एक जर्नलिस्‍ट का रोल निभा रही, जोकि कुछ एक्‍सक्‍लूसिव करने की चाह रखती हैं. इस फिल्‍म की कहानी तब आगे बढ़ती है, जब हमारा पीके अपने सवालों से लोगों को कंफ्यूज करने लगता है. हालांकि बाद में धीरे-धीरे लोग पीके के सवालों को गंभीरता से लेते हैं. शुरुआत में तो आप खुद पीके के सवालों पर हंसने लगेंगे, लेकिन आखिर में इन्‍हीं सवालों कीं गंभीरता में खुद को डूबता हुआ पायेंगे.
एक्टिंग में हैं माहिर
आमिर खान ने इस फिल्‍म में ऐसी एक्टिंग की है, जैसा आप कभी सोच भी नहीं सकते. डायलॉग डिलीवरी से लेकर पटकथा तक सभी मामलों में यह नंबर वन साबित हुई. हालांकि आमिर खान ने इससे पहले तरह-तरह की एक्टिंग की है, लेकिन इस बार उनका अंदाज काफी कुछ अलग है. अपने भोजपुरी लहजे से आमिर ने इस फिल्‍म में वास्‍तविकता डाल दी. हालांकि आमिर के अलावा अनुष्‍का शर्मा, संजय दत्‍त और सुशांत ने भी काफी अच्‍छी एक्टिंग की. सुशांत इसमें एकदम फ्रेश लग रहे हैं. इस फिल्‍म को देखने के बाद लगता है कि आखिर राजकुमार हिरानी को पीके बनाने में इतने साल क्यों लगे. फिलहाल इस फिल्‍म को 4.5 स्‍टार दिये जा रहे हैं, यह फिल्‍म 5 स्‍टार के लायक तो है लेकिन इसमें एक कमी रह गई. इस फिल्‍म में आपको कोई भी यादगार सीन नहीं मिलेगा, जैसा कि हमने 3 ईडियट्स में देखा था. इसके अलावा पीके देखने जा रहे हैं, तो याद रखें यह मसाला फिल्‍म बिल्‍कुल नहीं है. यह एक अच्‍छे विषय पर बनी बेहतरीन फिल्‍म है, जो समाज को एक संदेश देती है.
courtesy : मिडडे

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari