प्लानिंग रिपोर्ट तो मिल रही, पर काम शुरू नहीं हो रहा
- प्लानिंग रिपोर्ट की प्रक्रिया काफी धीमी, पुरानी रिपोर्ट अब तक पड़ी है अटकी
- पैनल के 41 आर्किटेक्ट से ही बनवाना होगा बिल्डिंग का प्लान, फिर उसकी होगी जांच - घर, अपार्टमेंट सहित तमाम बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अप्लाय करना किया शुरू - 13 दिन के अंदर मिलनी है प्लानिंग रिपोर्टPATNA : अब तक नगर निगम के पास हर दिन सौ से अधिक प्लानिंग रिपोर्ट के लिए अप्लीकेशन फॉर्म जमा किए जा रहे हैं, लेकिन उसमें से कुछेक को छोड़कर अब भी कई मामले अटके हैं। निगम नॉर्म्स के मुताबिक क्फ् दिनों के अंदर प्लानिंग रिपोर्ट निगम को अवेलेबल करा देना है, लेकिन ऐसा हो नहीं हो पा रहा है। साल भर तक रोक के बाद प्लानिंग रिपोर्ट जैसे ही मिलनी शुरू हुई तो लोगों की उम्मीद जगी, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक स्पीड नहीं पकड़ पायी है। इसलिए जो भी प्लानिंग रिपोर्ट के लिए आते हैं उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। यही नहीं पैनल आर्किटेक्ट को लेकर भी अब तक मामला अटका है। क्योंकि नए आर्किटेक्ट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। निगम इसके लिए लोगों को अर्बन डिपार्टमेंट के पास भेज रहा है, जबकि पहले पैनल के तमाम आर्किटेक्ट के नाम और नंबर डिस्प्ले किए गए थे।
पुरानी रिपोर्ट से बढ़ रही परेशानी
नई प्लानिंग रिपोर्ट जमा हो रही है, लेकिन मिलने का सिलसिला धीमा चल रहा है। सोर्सेज की मानें तो प्लानिंग रिपोर्ट बंद होने से पहले कंस्ट्रक्शन के लिए जो रिपोर्ट मांगी गयी थी वो अब तक नहीं दी गई है। जब तक पुरानी फाइल पूरी नहीं होगी, तब तक रिपोर्ट मिलना संभव नहीं है। जानकारी हो कि प्लानिंग रिपोर्ट मिलने और आर्किटेक्ट से नक्शा बनाने फिर कमिश्नर की परमिशन के इंतजार में लंबा वक्त लग जाता है। इस दौरान अगर प्लानिंग रिपोर्ट देने में ही महीने लग जाएंगे तो कंस्ट्रक्शन वर्क काफी लंबी प्रक्रिया से होकर गुजरेगी। ऐसे में बिजनेसमैन और हाउस ओनर दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस तरह मिलती है प्लानिंग रिपोर्ट - आप निगम ऑफिस में जाकर एक फॉर्म लेते हैं। उस पर प्लॉट नंबर, खेसरा नंबर, लोकेशन, थाना, परमानेंट एड्रेस लिखकर निगम के पास जमा करते हैं। - इसके बाद निगम उसके अनुसार आपके मकान की प्लानिंग रिपोर्ट देता है। - प्लानिंग रिपोर्ट मिलने के बाद आप आर्किटेक्ट की हेल्प से नक्शा बनवा सकते हैं।- फिर उस नक्शे को निगम के पास जमा करेंगे, निगम कमिश्नर की अनुशंसा पर उस पर मुहर लगेगी, तब जाकर कंस्ट्रक्शन शुरू किया जाएगा।
कई चीजों का रखना होगा ख्याल - कंस्ट्रक्शन से पहले उसका एक बोर्ड बनवाना होगा। - उसे कंस्ट्रक्शन प्लेस के बाहर लगाना होगा, उसमें बिल्डर से लेकर कंस्ट्रक्शन से जुड़ी तमाम अपडेट देनी होगी। - कंस्ट्रक्शन नक्शा के हिसाब से ही बनाना होगा। - नक्शा के साथ छेड़छाड़ करने पर सजा के हकदार भी होंगे।