शासन के निर्देश पर होगा वेरीफिकेशन, रोपे जाएंगे 18.50 लाख पौधे

10 लाख पौधों के लिए खोद लिए गए हैं गड्ढे, हो रही ऑनलाइन फीडिंग

जनपद की 11 नर्सरी में 45 प्रजातियों के 22.50 लाख पौधे

Meerut। पौधरोपण का शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के साथ-साथ सरकार इस बार जनपद में हुए पौधरोपण का थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन भी कराएगी। वेरीफिकेशन किससे कराना है? यह सरकार तय करेगी। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के अलावा यह वेरीफिकेशन कोई एनजीओ या अन्य संस्था भी कर सकती है। प्रभागीय वन अधिकारी अदिति शर्मा ने बताया कि इससे पहले डीएम की अध्यक्षता में गठित जिला पौधरोपण समिति भी एक-एक पौधे की गिनती करेगी। डीएफओ इस समिति की सचिव हैं। बता दें कि मेरठ में इस मानूसन 18.50 लाख पौधों को रोपा जाएगा।

नहीं खोदे गए गड्ढे

डीएफओ ने बताया कि पौधरोपण के लिए अभी तक महज 10 लाख गड्ढों को खोदा जा सका है। शासन के निर्देश पर डेडलाइन समाप्त हो चुकी है। ऐसे में विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि पौधरोपण के लिए गड्ढा खोदने के टारगेट को जल्द पूरा करें साथ ही ऑनलाइन फीडिंग भी करें। बता दें कि पौधरोपण अभियान से पूर्व इस बार खोदे गए गड्ढों की ऑनलाइन फीडिंग विभिन्न विभागों द्वारा पोर्टल पर करनी होगी।

एक नजर में

18.50 लाख - पौधों को रोपना का है मेरठ का टारगेट

10 लाख- अभी तक खोदे गए गड्ढों की संख्या

5 लाख- पौधों को रोपने का है वन विभाग का टारगेट

13.50 लाख- पौधों को रोपने का है अन्य विभागों का टारगेट

45- पौधों की प्रजातियां उपलब्ध (छायादार, फलदार, इमारती, औषधीय, दुर्लभ प्रजाति के पौधे)

11- नर्सरी जनपद में

22.50 लाख- नर्सरी में कुल पौधे

1 जुलाई से 15 अगस्त- तक चलेगा पौधरोपण अभियान

फीडिंग के बाद ही मिलेंगे पौधे

डीएफओ ने बताया कि मानसून सत्र विभागों की ओर से पौधों के लिए डिमांड आ रही है। किंतु शासन के आदेश पर उन्हीं विभागों को पौधे दिए जाएंगे, जिन्होंने गड्ढा खोदने की डिटेल ऑनलाइन फीड की है। उन्होंने बताया कि अभी भी टारगेट के सापेक्ष करीब 46 प्रतिशत गड्ढों को खोदा जाना बाकी है।

इन पौधों को लगाया जाएगा

सडक किनारे- छितवन, अशोक, कदम, कछनार, जामुन।

डिवाइडर पर- गुलमोहर, आंवला, अमृताश, देशी अशोक।

पार्क में- अशोक, नीम, पीपल, बरगद आदि।

मेरठ समेत यूपी के सभी जनपदों में इस मानसून सत्र में कराए गए पौधरोपण का थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन होगा। इससे पूर्व जिला पौधरोपण समिति भी वेरीफिकेशन करेगी। 18.50 लाख पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित है। शत-प्रतिशत पौधे जीवित रहें, इसको लेकर हर विभाग की जबावदेही होगी।

अदिति शर्मा, प्रभागीय वन अधिकारी।

Posted By: Inextlive