दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी तभी प्रभावी होती है जब उसे समय पर लिया जाए। उन्होंने यह बात एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के प्लाज्मा थेरेपी पर दिए एक बयान के बाद कही। डाॅक्टर गुलेरिया का कहना है कि यह गंभीर मरीजों पर नहीं कारगर नही हो रही है।


नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कि शुक्रवार तक कोरोना संक्रमण के 1299 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 1,41,531 हो गई है। अब कुल एक्टिव केस 10,348 हैं। इस दाैरान उन्होंने कहा कि एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस मरीजाें पर एक स्टेज के बाद प्लाज्मा थेरेपी कारगर बहुत कारगर नहीं हो रही है लेकिन उनका मतलब यह नहीं है कि प्लाज्मा थेरेपी अप्रभावी है। उन्होंने कहा कि मरीजों को इंफेक्शन की एडवांस स्टेज पर देने से इतना फायदा नहीं होता है। यदि मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत से पहले समय पर दिया जाए, तो यह प्रभावी है। मरीज ठीक हो जाता है। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए
वहीं दिल्ली के पश्चिम विहार में 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। बता दें कि एम्स के निदेशक ने गुरुवार को कहा था कि एम्स में चल रही प्लाज्मा थेरेपी से बहुत ज्यादा सफलता मिलती नहीं दिख रही है। कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों पर यह बहुत कारगर साबित नहीं हो रहा है। हालांकि यह बहुत ही प्रारंभिक जांच में सामने आया है। एम्स में 15-15 लोगों को दो ग्रुपों में बांट कर इलाज चल रहा है। इसमें दोनों ग्रुपों का इलाज अलग अलग तरीके से चल रहा है। डाॅक्टर रणदीप गुलेरिया ने साथ में यह कहा कि फिलहाल यह है कि इस प्लाज्मा थेरेपी से मरीज को कोई नुकसान नहीं है।

Posted By: Shweta Mishra