- कैंसर का कारण बन सकती हैं प्लास्टिक की बोतलें

- प्लास्टिक कप में चाय और प्लेट में खाना भी खतरनाक

- गर्मी में बढ़ जाती है पानी और कोल्डड्रिंक की सेल

nikhil.sharma@inext.co.in

Meerut: प्यास सबको लगती है, गला सबका सूखता है। लेकिन गला तर करने के चक्कर में आप कैंसर को दावत दे रहे हैं। प्लास्टिक की बॉटल में कोल्ड ड्रिंक या पानी लोगों को कैंसर बांट रहा है। आपके शरीर में जहर घोल रहा है। यदि आप गरमी से छुटकारा पाने के लिए प्लास्टिक की बॉटल में पानी या कोल्ड ड्रिंक पी रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है।

तो ये है पूरा माजरा

दरअसल, एक स्टडी में पाया गया है कि प्लास्टिक में बंद सामान को अगर धूप में रखा जाए, तो प्लास्टिक से रिलीज होने वाला केमिकल कोल्ड ड्रिंक या पानी में मिक्स हो जाता है और आपके शरीर में जाकर कैंसर का कारण बनता है। आईनेक्स्ट टीम ने शहर में देखा कि दुकानों पर कोल्ड ड्रिंक या पानी की कुछ बॉटल ही फ्रिज में रखी जाती हैं। बाकी खुले में ही रखी रहती हैं, जिन पर धूप भी पड़ती है। यही हाल कोल्ड ड्रिंक की बड़ी प्लास्टिक बोतलों के साथ भी दिखा। प्लास्टिक की पैकिंग में आने वाले चिप्स, नमकीन आदि भी दुकानों पर धूप में टंगे दिखाई दिए।

शक तो लाजमी है

प्लास्टिक की बॉटल में पैक कोल्ड ड्रिंक या पानी कितनी देर फ्रिज में रहता है। ये बॉटल्स मैन्यूफैक्चिरिंग यूनिट से निकलती हैं तो धूप में तपते हुए दुकानों तक पहुंचती हैं। बस आपको सेल करने से पहले कुछ देर के लिए इन्हें फ्रिज में रख दिया जाता है। अब ड्रिंक्स में प्लास्टिक से रिलीज होने वाला केमिकल नहीं मिलेगा तो क्या होगा?

तो ये है असल इस्तेमाल

पानी की बोतलों पर साफ लिखा होता है कि प्लीज क्रश आफ्टर यूज, लेकिन कितने लोग ऐसा करते हैं? लोग एक बोतल का बार-बार इस्तेमाल करते हैं। कई बार धूप में घूमते हुए भी हाथ में प्लास्टिक की बोतल रहती है। आपका ऐसा करना आपके लिए बेहद घातक साबित हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि लोग जल्द ही बोतल को खाली करके फेंक दें।

कप और प्लेट भी खतरनाक

देखने में आया है कि लोग अपने घर, पार्टी या ऑफिस में प्लास्टिक के कप में चाय और काफी पीते हैं। प्लास्टिक की प्लेट में गर्म खाना खाया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि प्लास्टिक के कप में गर्म चाय पीना या प्लेट में खाना खाना भी कम खतरनाक नहीं है। प्लास्टिक जैसे ही गर्म होती है, उसमें से केमिकल रिलीज होता है। प्लास्टिक की प्लेट में रखे खाने गर्म करना भी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।

बॉक्स

हर तरह से नुकसानदायक

रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग घर में प्लास्टिक के कप में चाय कॉफी या फिर प्लास्टिक में खाना खाते हैं, वह काफी खतरनाक है। प्लास्टिक के कप और प्लेट में बिस्फिनॉल-ए और डाईइथाइल हेक्सिल फैलेट जैसे केमिकल्स पाए जाते हैं, जो गर्म पानी या चाय के कॉन्टेक्ट में आकर टूटने लगते हैं और आपकी बॉडी में एंट्री करते हैं। वहीं प्लास्टिक की बोतल बार-बार इस्तेमाल भी खतरनाक है। बार-बार धोने से भी प्लास्टिक की बोतल में से केमिकल्स निकलते हैं। जैसे ही ये केमिकल्स बॉडी में मिलते हैं, हॉर्मोनल इनबैलेंस, कैंसर और अल्सर का खतरा पैदा हो जाता है।

इस पर भी डालिए एक नजर

ज्यादा गर्म चीजों के प्लास्टिक के कप या प्लेट में पीने-खाने से टॉक्सिक आइटम्स बॉडी में पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है। गर्म खाने से प्लास्टिक या काफी के जरिए बॉडी में बीमारियां पहुंचती है। बिस्फिनॉल-ए डाउन सिंड्रोम और मानसिक विकलांगता को जन्म देता है। एक हफ्ते प्लास्टिक की बोतल का यूज से उससे टॉक्सिक एलिमेंट आने लगता है, वहीं धूप में गर्म होने से या फिर खाना गर्म होने से कप या थाली में मौजूद केमिकल्स टूटते हैं। इसीलिए बेहतर है कि प्लास्टिक की बोतल, कप और प्लेट का यूज नहीं किया जाए।

जितनी गर्मी उतनी सेल

जितनी गर्मी होती है, उतनी ही गर्मियों में पानी, कोल्ड ड्रिंक की सेल बढ़ जाती है। आपको बता दें कि एक दिन में ख्0 हजार से ज्यादा पानी की बोतलें सेल होती हैं, वहीं कोल्डड्रिंक की सेल भी क्भ् हजार से ज्यादा है।

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दूध की बोतल भी खतरनाक

फीजिशियन प्रदीप गौड़ ने बताया कि बच्चों को प्लास्टिक की बोतल से दूध पिलाना भी खतरनाक है। इसके अलावा माइक्रोवेव और टेफ्लॉन में प्लास्टिक के बर्तन का यूज करना भी ऐसी ही परेशानियों को जन्म दे सकता है। इनसे प्रेग्नेंट वुमन को मिसकैरज हो सकता है और मेल्स में इनफर्टिलिटी भी आ सकती है।

प्लास्टिक की बोतल में बच्चे को दूध पिलाना खतरनाक तो है, क्योंकि इसमें से केमिकल्स निकलते हैं। बच्चों को कटोरी-चम्मच या स्टील की बोतल में दूध पिलाना चाहिए।

-डॉ। नवीन, चाइल्ड स्पेशलिस्ट

Posted By: Inextlive