-आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले-ग्रुप क्लास चलाने का है प्रस्ताव

राज्य हिंदी संस्थान को हिंदी की बुक तैयार करने की मिली जिम्मेदारी

VARANASI

आंगनबाड़ी केंद्रों में अब प्ले-ग्रुप क्लास चलाने का प्रस्ताव है। शासन के निर्देश पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) प्ले-गु्रप के बच्चों के लिए किताब बनाना भी शुरू कर दिया है। वहीं जनपद के राज्य हिंदी संस्थान को हिंदी की बुक बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्थान ने हिंदी के किताब का ड्राफ्ट लगभग तैयार भी कर लिया है। इसी माह के अंत में संस्थान किताब का ड्राफ्ट एससीईआरटी को भी सौंप देगा। ताकि तीन से छह वर्ष के बच्चों को पढ़ाया जा सके।

संस्थान में चल रहा वर्कशॉप

तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए हिंदी की किताब के निर्माण के लिए इन दिनों संस्थान में कार्यशाला भी चल रही है। काशी के विद्वानों के निर्देशन में हिंदी शिक्षक किताब को मूर्त रूप देने में जुटे हुए हैं। यह किताब तीन से छह साल के बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है। किताब में ब्रश करने, नहाना, भोजन करना, स्कूल जाना, खेलने के चित्रों को बनाया गया है। इसके अलावा फलों, जानवरों, फूलों चित्रों, कविताओं, बिंदु मिलाने, रंग भरने, चिडि़याघर का दृश्य सहित अन्य पोस्टरों का समावेश किया गया है ताकि शिक्षक खेल-खेल के माध्यम से रोचक अंदाज में प्ले-गु्रप के बच्चों पढ़ा सकें।

पेरेंट्स के फीडबैक का भी कॉलम

संस्थान में प्ले-ग्रुप के बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापक हस्तपुस्तिका भी तैयार हो रहा है। इस पुस्तिका में पढ़ाने के तौर-तरीकों का उल्लेख किया जाएगा। इसके अलावा अभिभावकों के फीडबैक के एक प्रपत्र को भी तैयार करने का प्रस्ताव है।

संस्थान को प्ले ग्रुप के स्टूडेंट्स के हिंदी की किताब बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। किताब का ड्राफ्ट लगभग तैयार भी हो गया है। इसी महीने के अंत में किताब का ड्राफ्ट एससीईआरटी को सौंप दिया जाएगा।

ऋचा जोशी, डायरेक्टर

राज्य हिंदी संस्थान

Posted By: Inextlive