जेएनयू मुद्दे पर उठे विवाद की ध्‍वनि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी चर्चा का विषय रही। विपक्षी दलों ने गिरफ्तार छात्र नेता पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने के खिलाफ विचार व्‍यक्‍त किए। दूसरी ओर सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों द्वारा की गई नारेबाजी अत्‍यंत आपत्तिजनक थी।


23 फरवरी से शुरू होगा बजट सत्रसरकार ने कहा कि वह 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दौरान सदन में जेएनयू से जुड़े विवाद पर चर्चा करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करेगी। दो घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बताया कि प्रधानमत्री मोदी ने कहा है कि सराकर विपक्षी दलों की सभी चिंताओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा उसके खिलाफ देशद्रोह के कोई सबूत नहीं हैं। आजाद ने अपने पार्टी नेतृत्व को राष्ट्रद्रोहियों के साथ जोड़कर बदनाम करने के लिए भाजपा नेताओं को निशाना बनाया और कहा कि सरकार को उन्हें रोकना चाहिए। विपक्षी दलों ने किया जेएनयू के छात्रों पर हुई कार्रवाई का विरोध


बैठक के दौरान विपक्षी दलों ने कई मुद्दे उठाए और कहा कि वह केवल भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं हैं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने कहा हि वह देश के नेता बन कर कार्रवाई करेंगे न कि पार्टी नेता के तौर पर। संसद बजट के पहले सत्र में विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से बुलाई गई पहली ऐसी बैठक है। पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कहा हम विपक्ष की ओर से उठाए गए मुद्दो पर प्रतिक्रिया देंगे और उनका निराकरण करेंगे। मुझे उम्मीद है कि यहां सौहार्दपूर्ण माहोल संसद में कार्यरूप में परणित होगा। सुचारू रूप से चले संसद का बजट सत्रवेंकैया ने बताया कि संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए आम सहमति थी। जेएनयू विवाद में भाजपा जहां कांग्रेस पर राष्ट्रद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगा रही है वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे सभी छात्रों से अपने को अलग करती है जो देश की अखंडता और संविधान को निशाना बनाकर नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि जेएनयू छात्र संघ के गिरफ्तार अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह के कोई सबूत नहीं हैं।हिटलर हैं प्रधानमंत्री

आजाद ने मीडिया से कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश का माहौल खराब हुआ है। सरकार इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। वेंकैया ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ देशद्रोही शब्द के इस्तेमाल पर चिंताओं को साझा किया। उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि किस प्रकार से प्रधानमंत्री के संदर्भ में हिटलर शब्द का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को संयम का परिचय देना चाहिए।

Posted By: Prabha Punj Mishra