प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि खाड़ी के देशों में शांति स्थायित्व और सतत विकास पूरे एशिया की रफ्तार बढ़ाने में होगा सहायक.


चुनौतियों का मिलकर करना होगा सामनाप्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कहा है बंगाल की खाड़ी के देशों में शांति, स्थायित्व और सतत विकास पूरे एशिया की रफ्तार बढ़ाने में सहायक होगा. बंगाल की खाड़ी के देशों के संगठन बिम्सटेक की शिखर वार्ता में शामिल होने यहां पहुंचे प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का मिलकर सामना करने का आह्वान किया है, ताकि इस क्षेत्र में व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाया जा सके.आखिरी विदेश दौरा


नेपिता पहुंचे प्रधानमंत्री ने म्यांमार के राष्ट्रपति यू थेन सेन से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय मुद्दों पर आपसी सहमति बनाने की मंशा जताई. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला से भी मुलाकात की. कोइराला के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों शीर्ष नेताओं की यह पहली मुलाकात है. मंगलवार को प्रधानमंत्री बिमस्टेक की शिखर वार्ता में हिस्सा लेने के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे. म्यांमार के राष्ट्रपति के साथ भी प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बातचीत की संभावना है. प्रधानमंत्री के इस दौरे को उनके आखिरी विदेश दौरे के तौर पर देखा जा रहा है.बिम्सटेक देशों के साथ भारत

बिमस्टेक की पिछली बैठक नई दिल्ली में वर्ष 2008 में हुई थी. जिसमें भारत के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, थाइलैंड, म्यांमार, नेपाल और भूटान ने हिस्सा लिया था. नेपिता के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सभी देशों को सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों से मिलजुलकर निपटना होगा. अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, बहुराष्ट्रीय अपराध, मादक दवाओं के कारोबार जैसे मुद्दों से लड़ने के लिए कानूनी उपाय करने होंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि सुरक्षा को लेकर मानव निर्मित और प्राकृतिक सभी तरह की चुनौतियां इस क्षेत्र के विकास में बाधा हो सकती हैं. प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक देशों के बीच कनेक्टिविटी के साथ-साथ व्यापार और निवेश, ऊर्जा, पर्यावरण, पर्यटन और कृषि को इस क्षेत्र के विकास का इंजन बताया. मनमोहन ने बिम्सटेक देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को भी महत्वपूर्ण बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2008 में हुई पिछली बैठक के मुकाबले बिमस्टेक अब ज्यादा परिपक्व हो गया है. Hindi news from National news desk, inextlive

Posted By: Subhesh Sharma