पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किए गए स्‍वच्‍छता अभियान का असर अब दूर गांवों में भी नजर आने लगा है। जो लोग खुलेआम शौच जाया करते थे उन्‍होंने भी घर में शौचालय बनाने की ठान ली है। ताजा मामला एक आदिवासी गांव का है जहां एक प्रेग्‍नेंट महिला ने खुद ही खुदाई कर शौचालय बना दिया।


प्रेग्नेंट हैं फिर भी की खुदाईपालघर के नंदगांव की रहने वाली सुशीला खुरकुटे के हौसले को पूरा भारत सलाम करता है। खुरकुटे सात महीने के प्रसव से हैं। उन्हें लगा कि घर पर शौचालय होना चाहिए। बस फिर क्या था, महिला ने अपनी प्रेग्नेंसी की परवाह न करते हुए खुद ही गड्ढा खोदना शुरु कर दिया। खुरकुटे ने फावड़ा से कुल तीन दिनों तक खुदाई की। इस काम पर यूनीसेफ के वालिंटियर भी नजर बनाए रखे थे। उन्होंने जिला परिषद को सूचित कर टॉयलेट बनवाने का जरूरी सामान मुहैया करवाया।पीएम मोदी करेंगे सम्मानितपेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेस्वरं अय्यर ने महिला के इस काम की खूब सराहना की। इसके साथ ही 8 मार्च को गांधीनगर में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी महिला को सम्मानित करेंगे।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari