न्यूयॉर्क में टॉप कंपनीज के सीईओज के साथ जिस मुलाकात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को इतनी वाहवाही मिल रही है उसी मुलाकात के दौरान हुए डिनर में अपने अच्छे जेस्चर को दिखाने के कारण मोदी एक नए विवाद में फंस गए हैं। उन पर फ्लैग कोड भंग करने का आरोप लग रहा है।

झंडे पर किए हस्ताक्षर से पैदा हुई मुश्किल
दरसल कल न्यूयार्क में सीईओ के साथ मुलाकात में पीएम के लिए डिनर बनाने वाले सेलीब्रेटी शेफ विकास खन्ना को मोदी की तरफ से एक तिरंगा दिया गया जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर किए थे। पर अब ये हस्ताक्षर ही बबाले जान बन रहे हैं। शेफ विकास ने वो तिरंगा झंडा सबको दिखाया था जिस पर दस्तखत करके पीएम मोदी ने उन्हें भेंट में दिया था। लेकिन नियमाअनुसार ये गलत है और पीएम की यही गलती विवाद का विषय बन गयी है।
नहीं कर सकते  झंडे पर हस्ताक्षर
नियम के अनुसार फ्लैग कोड कहता है कि राष्ट्रीय ध्वज पर कुछ भी लिखना वर्जित है। यानि संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय झंडे पर कुछ लिखा नहीं जा सकता और इसी नियम के चलते मोदी परेशानी में आये हैं। जब कुछ भी लिखना मना है तो मोदी तिरंगे पर हस्ताक्षर भी नहीं कर सकते। अब ऐसा तो हो गया है और मोदी ने ये झंडा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को देने के लिए भी कह दिया।

विदेश मंत्रालय ने वापस लिया हस्ताक्षरित झंडा
विकास खन्ना की मानें तो वे इस झंडे को अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को देने वाले थे लेकिन अब खबर है कि भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने विकास खन्ना से वो झंडा वापस मांग लिया है। सूचना यही है कि फ्लैग कोड की वजह से ही ये झंडा वापस लिया गया है। विकास खन्ना ने बताया था कि पीएम मोदी ने ही झंडे पर साइन किए हैं।


कैसे हुआ घटनाक्रम
मामला कुछ यूं हुआ कि विकास खन्ना ने सीईओ के साथ डिनर के दौरान मोदी का डिनर तैयार किया था। खन्ना ने बताया कि उन्होंने मेन्यू में भारत के 26 त्योहारों के मुताबिक 26 खास डिशेज शामिल की थी। ये मेन्यू का आइडिया पीएम को बेहद पसंद आया और उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए ना सिर्फ शेफ विकास को गले लगाया बल्कि अपने ऑटोग्राफ के साथ झंडा भी दे दिया। अब खाने का मेन्यु तो नहीं पर झंडा जरूर उनके गले की हड्डी बन गया।

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Posted By: Molly Seth