Cheetah In India : पीएम मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को उनके बाड़े में छोड़ दिया है। वहीं इस अवसर पर पीएम ने अफ्रीकी राष्ट्र नामीबिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पर्यटकों से कहा कि अभी इन्हें देखने के लिए धैर्य रखें।

नई दिल्ली (एएनआई)। Cheetah In India : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को छोड़नेके बाद, अफ्रीकी राष्ट्र नामीबिया के प्रति आभार जताया। पीएम मोदी ने भारतीय नागरिकों को संबोधित और बधाई देते हुए कहा, "चीते दशकों बाद हमारी जमीन पर वापस आए हैं। इस ऐतिहासिक दिन पर, मैं सभी भारतीयों को बधाई देना चाहता हूं और नामीबिया की सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। यह उनकी मदद के बिना संभव नहीं हो सकता था। पहले से ही विलुप्त हो चुकी बिल्ली प्रजातियों को पुनर्जीवित करने के लिए नामीबियाई सरकार के साथ इस साल की शुरुआत में आठ चीतों को एक समझौता ज्ञापन के तहत लाया गया है।

Prime Minister Narendra Modi released the cheetahs brought from Namibia, to their new home Kuno National Park in Madhya Pradesh. pic.twitter.com/8CgHmH8NF6

— ANI (@ANI) September 17, 2022


चीतों का पुनर्वास शुरू कर दिया
पीएम मोदी ने कहा, दशकों पहले जैव विविधता की सदियों पुरानी कड़ी टूट गई थी और विलुप्त हो गई थी, आज हमारे पास इसे फिर से जोड़ने का मौका है। इन चीतों के साथ-साथ भारत की प्रकृति-प्रेमी चेतना भी पूरी ताकत से जागी है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने 1952 में देश से चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया, लेकिन दशकों तक उनके पुनर्वास के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं, तो सरकार ने नई ऊर्जा के साथ चीतों का पुनर्वास शुरू कर दिया है।

#WATCH via ANI Multimedia | Prime Minister Narendra Modi released the #Cheetahs that were brought from Namibia at Kuno National Park in Madhya Pradesh today. This initiative has been taken under Project Cheetah. https://t.co/KxPN9GlcG2

— ANI (@ANI) September 17, 2022


आज 21वीं सदी का भारत है
इसके अलावा, चीता भारत में खुले जंगल और घास के मैदान के पारिस्थितिक तंत्र की बहाली में मदद करेंगे और जैव विविधता के संरक्षण और जल सुरक्षा, कार्बन पृथक्करण और मिट्टी की नमी संरक्षण जैसी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बढ़ाने में मदद करेंगे। प्रकृति और पर्यावरण, पशु और पक्षी, भारत के लिए केवल स्थिरता और सुरक्षा के बारे में नहीं हैं। हमारे लिए, यह हमारी संवेदनशीलता और आध्यात्मिकता का भी आधार है। आज 21वीं सदी का भारत दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी परस्पर विरोधी क्षेत्र नहीं हैं।
चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा
पीएम मोदी ने पर्यटकों और उन लोगों को सलाह देते हुए जो नए स्थानांतरित चीतों को देखने के लिए कुनो राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा की व्यवस्था करने की योजना बना रहे थे, उन्हें कुछ महीनों तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी। पीएम ने कहा लोगों को कुनो नेशनल पार्क में इन चीतों को देखने के लिए धैर्य दिखाना होगा और कुछ महीनों तक इंतजार करना होगा। ये चीते मेहमान के रूप में आए हैं, इस क्षेत्र से अनजान हैं। चीतों के लिए कुनो नेशनल पार्क को अपना घर बनाने में सक्षम होने के लिए इन चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा।
भारत इन चीतों को बसाने की पूरी कोशिश कर रहा
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र से अनुरोध किया कि अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का पालन करते हुए भारत इन चीतों को बसाने की पूरी कोशिश कर रहा है। हमें अपने प्रयासों को विफल नहीं होने देना चाहिए। पीएम मोदी ने बाड़े नंबर एक से तीन चीतों को छोड़ा और उसके बाद करीब 70 मीटर दूर दूसरे बाड़े से उन्होंने एक और चीता छोड़ा। 1952 में चीता को भारत से विलुप्त घोषित कर दिया गया था, लेकिन आज 'प्रोजेक्ट चीता' के हिस्से के रूप में नामीबिया के अफ्रीकी देश से 8 चीतों (5 मादा और 3 नर) लाए गए हैं।

Posted By: Shweta Mishra