प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यूपी के महोबा से उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना के शुभारंभ के मौके पर महोबा में महिलाओं को निशुल्क गैस कनेक्शन सौंपे। वहीं अब इसके लिए अपने एड्रेस प्रूफ के लिए सिर्फ एक सेल्फ डेक्लेरशन करना होगा और गैस कनेक्शन मिल जाएगा।


लखनऊ (पीटीआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के महोबा में एलपीजी कनेक्शन सौंपकर - उज्ज्वला 2.0 - प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) का दूसरा चरण शुरू किया। औपचारिक शुभारंभ के बाद प्रधानमंत्री ने 10 महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन वितरित किए। इस दाैरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पीएम की ओर से महिलाओं को दस्तावेज सौंपे। न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि उज्ज्वला योजना ने देश के जितने लोगों और महिलाओं का जीवन रोशन किया है, वो अभूतपूर्व है। ये योजना 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया से आजादी की लड़ाई के अग्रदूत मंगल पांडे की धरती से शुरू हुई थी। आज उज्ज्वला का दूसरा संस्करण भी उत्तर प्रदेश के ही महोबा की वीरभूमि से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही यह भी कहा कि हम बीते साढ़े 7 दशकों की प्रगति को देखते है तो हमें लगता है कि कुछ स्थितियां और हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए देशवासियों को दशकों इंतज़ार करना पड़ा, ये दुखद है। आठ करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य
2016 में लॉन्च उज्ज्वला 1.0 के दौरान बीपीएल परिवारों की पांच करोड़ महिला सदस्यों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इसके बाद इस योजना का विस्तार अप्रैल 2018 में किया गया, जिसमें एससी और एसटी समुदायों और वनवासियों जैसी सात और श्रेणियों की महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। साथ ही लक्ष्य को संशोधित कर आठ करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि यह निर्धारित समय से सात महीने पहले अगस्त 2019 में हासिल किया गया था। 2021-22 के केंद्रीय बजट में योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की गई थी। पहली रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त मिलेगाउज्ज्वला 2.0 के तहत इन एक करोड़ अतिरिक्त कनेक्शनों का उद्देश्य उन कम आय वाले परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पीएमयूवाई के पहले चरण के तहत कवर नहीं किया जा सकता था। एक जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ, उज्ज्वला 2.0 लाभार्थियों को पहली रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त प्रदान करेगी। नामांकन प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की आवश्यकता होगी और उज्ज्वला 2.0 में, प्रवासियों को राशन कार्ड या पते का प्रमाण जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी। उज्ज्वला 2.0 योजना के लिए ये प्राॅसेस


इसके लिए 'पारिवारिक घोषणा' और 'पते के प्रमाण' दोनों के लिए एक स्व-घोषणा पर्याप्त होगी। उज्ज्वला 2.0 एलपीजी तक सार्वभौमिक पहुंच के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगी। इस मौके पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री पुरी ने अपने संबोधन में कहा कि खाना पकाने के लिए लकड़ी और कोयले के इस्तेमाल से महिलाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

Posted By: Shweta Mishra