प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के संबलपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शामिल हुए।

नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ओडिशा को एक बड़ी साैगात दी है। उन्होंने यहां के संबलपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान(IIM) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। इस दाैरान पीएम माेदी ने कहा कि आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओड़िशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला रखी गई है। IIM का ये स्थायी कैंपस ओडिशा की महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओडिशा को मैंनेजमेंट की दुनिया में नई पहचान देने वाला है।

Prime Minister Narendra Modi lays the foundation stone for the permanent campus of IIM-Sambalpur, Odisha, via video conferencing pic.twitter.com/zAf2MVDy7y

— ANI (@ANI) January 2, 2021


स्टार्टअप के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही
पीएम मोदी ने कहा कि आज खेती से लेकर स्पेस सेक्टर तक जो अभूतपूर्व रिफॉर्म किए जा रहे हैं उनमें स्टार्टअप के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके साथ ही बताया कि साल 2014 तक देश में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55 प्रतिशत थी। जब अप्रोच में स्थायी हल का भाव न हो तो ये ही होता है। 60 साल में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55 प्रतिशत थी, अगर देश इसी रफ्तार से चलता तो सबको गैस पहुंचने में ये शताब्दी आधी और बीत जाती। आज देश में गैस कवरेज 98 प्रतिशत से भी ज्यादा है।

Today's startups are the multinational companies of tomorrow. Most startups are coming up in tier II & III cities of the country. From farming sector to space sector, the scope for startups is increasing: PM Narendra Modi pic.twitter.com/K5WZhA8L8y

— ANI (@ANI) January 2, 2021
कुछ ऐसा है ओडिशा का ये आईआईएम
आईआईएम संबलपुर फ्लिप्ड क्लासरूम के आइडिया को लागू करने वाला पहला आईआईएम है। आधिकारिक वेबसाइट पीएमइंडिया डाॅट जीओवी डाॅट इन के मुताबकि यहां मूलभूत अवधारणाओं को डिजिटिल तरीके से सिखाया जाता है और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कक्षा में प्रायोगिक शिक्षा दी जाती है। इस संस्थान ने हाईएस्ट जेंडर वैरिएंट के मामले में दूसरे आईआईएम को पीछे छोड़ दिया, यहां एमबीए (2019-21) बैच में 49 प्रतिशत और एमबीए (2020-22) बैच में 43 प्रतिशत छात्राएं हैं।

Posted By: Shweta Mishra