काशी विश्वनाथ कॉरिडोर दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर सकते हैं। यह काॅरिडोर गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ता है।


वाराणसी (आईएएनएस)। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को युद्ध स्तर पर अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर को इसका उद्घाटन किए जाने की तैयारी है। इस संबंध में श्री काशी विश्वनाथ विशेष क्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सुनील वर्मा के अनुसार,कॉरिडोर के साथ लगभग 24 भवनों का निर्माण किया गया है और कॉरिडोर को अंतिम रूप दिया जा रहा है जो दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। कॉरिडोर के साथ-साथ इमारतों की दीवारों पर श्लोक और वैदिक भजन उकेरे जा रहे हैं। 5 लाख वर्ग फीट से ज्यादा की जगह में बना कॉरिडोर


5.5 लाख वर्ग फीट में बने इस कॉरिडोर ने मंदिर परिसर को कम कर दिया है, जो पहले तीन तरफ से इमारतों से घिरा हुआ था। कॉरिडोर परियोजना के तहत 10,000 लोगों के ध्यान के लिए 7,000 वर्ग मीटर से अधिक का मंदिर मंच, सात भव्य प्रवेश द्वार, एक कैफेटेरिया, एक फूड कोर्ट, एक वैदिक और आध्यात्मिक पुस्तकालय, एक वर्चुअल गैलरी, पर्यटन केंद्र, एक मल्टीपरपज हॉल और एक सुरक्षा हॉल हिस्सा हैं। कॉरिडोर के साथ एक स्पेशल स्काई बीम लाइट सिस्टम भी लगाया गया है।

पीएम मोदी ने मार्च 2019 में रखी थी कॉरिडोर की नींव


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2019 में कॉरिडोर की नींव रखी थी। परियोजना के लिए जगह बनाने के लिए 300 से अधिक इमारतों को खरीदा और ध्वस्त कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर काम तेज और तरीके से कराने के लिए बोर्ड का गठन किया था। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सालाना 70 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, जबकि 10,000 से अधिक श्रद्धालु, जिनमें से ज्यादातर वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों से आते हैं, प्रतिदिन मंदिर आते हैं।

Posted By: Shweta Mishra