प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ में अब कोविड-19 संकट के कारण प्रतीकात्मक भागीदारी होनी चाहिए। अब तक कुंभ में बड़ी संख्या में साधु कोविड-19 पाॅजिटिव पाए जा चुके हैं।


नई दिल्ली (पीटीआई)। कोरोना वायरस का संकट हरिद्वार कुंभ में भी छाया है। हाल ही में बड़ी संख्या में साधु भी इसकी चपेट में आए है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ में अब कोविड-19 संकट के कारण प्रतीकात्मक भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि उन्होंने जूना अखाड़े के स्वामी अवधेशानंद गिरी से टेलीफोन पर बात की और संतों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोविड-19 के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का हम सम्मान करते


वहीं इस संबंध में स्वामी अवधेशानंद गिरि, आचार्य महामंडलेश्वर, जूना अखाड़ा का कहना है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का हम सम्मान करते हैं। जीवन की रक्षा महत पुण्य है। मेरा धर्म परायण जनता से आग्रह है कि कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए न आएं एवं नियमों का निर्वहन करें। हाल ही में यहां से बड़ी संख्या में कोरोना वायरस मामलों की रिपोर्ट आई है। साधुओं के आरटी-पीसीआर परीक्षण लगातार किए जा रहे

इतना ही नहीं इस बीच मध्य प्रदेश के चित्रकूट से हरिद्वार में कुंभ में भाग लेने आए महा निर्वाणी अखाड़ा प्रमुख कपिल देव का बुधवार को देहरादून के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद वह अस्पताल में भर्ती हुए थे। चिकित्सा दल द्वारा अखाड़ों में साधुओं के आरटी-पीसीआर परीक्षण लगातार किए जा रहे हैं। हरिद्वार कुंभ का समापन आगामी 30 अप्रैल को होना है।

Posted By: Shweta Mishra