पीएम के भाषण में छाए रहे हादसे
पीएम का आश्वासनप्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि उत्तराखंड में लोगों के उजड़े हुए घर बसाने और बर्बाद हुए आधारभूत ढांचे को फिर से खड़ा करने में सरकार अपनी पूरी ताकत से काम कर रही है. इस कड़ी में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के राहत व बचाव कार्य के दौरान हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए वायुसेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ के अधिकारियों व जवानों को भी श्रद्धांजलि दी. पनडुब्बी और मिड डे मील हादसे का जिक्र
मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में खड़ी पनडुब्बी आइएनएस सिंधुरक्षक में 13 व 14 अगस्त की मध्यरात्रि को हुए धमाकों व अग्निकांड का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि इस अफसोसनाक हादसे में देश ने अपनी एक पनडुब्बी को खो दिया है. इस हादसे में नौसेना के 18 नौसैनिकों के मारे जाने की आशंका है. प्रधानमंत्री ने 16 जुलाई को बिहार में विषाक्त मिड-डे मील खाने से हुई 23 बच्चों की मौत का भी हवाला दिया. हादसे का उल्लेख करते हुए पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि देश में कहीं भी ऐसा घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने मिड-डे मील योजना में साफ-सुथरे ढंग से पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए ठोस कदम उठाने का भी वादा किया. नक्सली हमले का भी किया उल्लेख
छत्तीसगढ़ में गत 25 मई को कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा और विद्याचरण शुक्ल समेत कई लोगों की मौत का कारण बने नक्सली हमले का भी उल्लेख पीएम ने अपने भाषण में किया. मनमोहन ने इसे भारतीय लोकतंत्र पर सीधा हमला करार हुए माना कि समय-समय पर होने वाले नक्सली हमलों के रोकने में सरकार सफल नहीं हो पा रही है. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से लगातार सावधानी बरतने की जरूरत पर भी जोर दिया. प्रधानमंत्री ने नियंत्रण रेखा पर बीते आठ महीनों में दो पाकिस्तानी हमलों का भी हवाला दिया, जिसमें सेना के सात सैनिकों की जान गई. सिंह ने इन हमलों को कायराना बताते हुए इनकी रोकथाम के लिए हर मुमकिन कोशिश का भरोसा दिया.