ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : मोदी कैबिनेट के अध्यादेश से भूमि अधिग्रहण बिल 2013 को संशोधित करना बिलकुल ही अस्वीकार्य है। यह मोदी सरकार के लोकतंत्र विरोधी, आदिवासी विरोधी और तानाशाही रवैये को दर्शाता है। यह समझ के परे है कि इस आपातकालीन अध्यादेश की क्या जरूरत पड़ी। यह पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया कदम है। हम आदिवासी इसका विरोध करते हैं और जमीन को ग्राम सभा के अधिकार क्षेत्र से किसी भी तरह के दखल का विरोध करते हैं। इसके विरुद्ध राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। मुकेश बिरुवा ने उक्त बातें ताम्बो चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन के पश्चात कही। पुतला दहन में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ एवं हो समाज के लोग उपस्थित थे।

कई पदाधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश

मैटरनल इन चाईल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (एमसीटीएस) के डाटा को अपडेट नहीं करना छह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को महंगा पड़ गया है। डाटा 80 प्रतिशत से कम दर्शाए जाने से नाराज सिविल सर्जन डा। जगत भूषण प्रसाद ने छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीपीएम एवं एकाउंट मैनेजर के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्देश दिया है। कार्रवाई की जद में टोंटो, कुमारडुंगी, चक्रधरपुर, बंदगांव, खूंटपानी एवं मंझारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पदाधिकारी आए हैं। पिछली समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को एमसीटीएस का डाटा जमा कराने का निर्देश दिया था।

युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

पारिवारिक विवाद से परेशान 22 वर्षीय युवक ने चलती ट्रेन के नीचे आकर अपनी जान दे दी। घटना सोमवार रात चाईबासा-पांड्रासाली रेल मार्ग पर रोरो पुलिया के समीप की है। मृतक का नाम कैतन विश्वकर्मा है और वह गाड़ीखाना का रहने वाला है। घटना की जानकारी पाकर रेलवे पुलिस ने मंगलवार सुबह घटना स्थल पहुंच कर मामले की जानकारी ली। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि केतन के पिता नशा करते है और नशे में उसे फटकार लगाते थे। सोमवार को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद से ही केतन घर से निकाल गया था।

Posted By: Inextlive