- मुबंई पुलिस की कस्टडी से फरार 25 हजार का ईनामी दून से गिरफ्तार

- मुंबई और यूपी में संगीन धाराओं में दर्ज हैं करीब 20 केस

- दून में रह रहा था आरोपी का परिवार, पत्नी का फ्लैट भी धोखे से बेचा

देहरादून,

देशभर में आपराधियों ने फरारी काटने के लिए दून को अड्डा बना लिया है। वेडनसडे को दून पुलिस ने राजपुर थाना इलाके से मुबंई पुलिस की कस्टडी से फरार 25 हजार के ईनामी बदमाश मनोज सिंह ठाकुर को अरेस्ट किया है। वह आजमगढ़ यूपी से फरार हुआ था। दून में उसका परिवार रह रहा था और कुछ ही दिन पहले वह परिवार से मिलने दून आया था। उसके कब्जे से पुलिस ने 315 बोर का देशी तमंचा और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए। मनोज पर मुंबई व आजमगढ़ में संगीन धाराओ में करीब 20 केस दर्ज हैं। 7 फरवरी को भी हरियाणा और दिल्ली पुलिस का वांटेड ईनामी बदमाश अनिल उर्फ गंजा (लीला पहलवान) दून से गिरफ्तार किया गया था। वह भी दून में एक वर्ष से पहचान बदलकर परिवार के साथ रह रहा था। इससे पहले भी दूसरे राज्यों में वारदात कर दून में फरारी काट रहे आधा दर्जन कुख्यात बदमाशों को दून से दबोचा जा चुका है।

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इन बदमाशों का ठिकाना रहा दून

7 फरवरी 2020

हरियाणा, दिल्ली में एक लाख का ईनामी बदमाश अनिल उर्फ गंजा (लीला पहलवान) को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह पिछले एक वर्ष से दून में किराये का घर लेकर रह रहा था।

30 मई 2019

यूपी में चार लोगों के मर्डर का आरोपी दो लाख का ईनामी कुख्यात कौशल चौबे को एसटीएफ ने रिस्पना इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया था। उससे .40 ग्लॉक पिस्टल, 4 मैगजीन, 57 जिन्दा कारतूस और एक फोल्डिंग बट बरामद हुआ था। उसने हिमाचल, हरिद्वार और दून में फरारी काटी।

17 अक्टूबर 2018

छत्तीसगढ़ के एक कुख्यात को दून पुलिस ने दबोचा था। जिसका नाम बबला उर्फ अमित सिंह ठाकुर दून में ब्याज पर पैसा देता था। गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस को सूचना दी गई, छत्तीसगढ़ पुलिस दून पहुंची और उसे ट्रांजिट रिमांड पर साथ ले गई थी। कुख्यात जेल में है।

3 अगस्त 2018

मसूरी रोड स्थित मालसी में ठिकाना बनाकर रह रहे झारखंड के कुख्यात अखिलेश सिंह की संपत्ति पुलिस ने जब्त की थी। जमशेदपुर पुलिस को जब कुख्यात की सूचना देहरादून में मिली तो वह दून पहुंची। लेकिन वह तब तक दून से फरारी काटकर निकल चुका था, दोनों राज्यों की पुलिस गिरफ्तारी को लेकर दबिश दे रही है।

14 जनवरी 2018

पंजाब के फरीदकोट से फरार चल रहे ईनामी बदमाश हरसिमरन दीप उर्फ सिम्मा समेत भाई फुलविंदर, साथी रमेश कुमार, रोहित बाड़ू को पंजाब और दून पुलिस ने कैंट थाना इलाके के एक मकान में नाकाबंदी कर गिरफ्तार किया था।

14 जुलाई 2016

सुनील राठी गैंग के शूटर आकाश त्यागी की हत्या कर फरार चल रहे कुख्यात विनीत शर्मा उर्फ चीनू पंडित को एटीएफ ने गिरफ्तार किया था। कुख्यात से एके 47 भी बरामद की गई थी।

पत्नी को दिया धोखा तो खुला परदा

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि बीते माह 2 जनवरी को सावित्री सिंह निवासी 188 होटल ग्रीन व्यू के पीछे फ्लैट, मालसी, मसूरी रोड ने राजपुर थाने में कंप्लेन दर्ज कराई। बताया कि सुनील मल्होत्रा व अन्य द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनका मालसी स्थित फ्लैट खरीदा गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। जांच में पता चला कि पीडि़ता के पति मनोज सिंह ठाकुर ने ही सुनील मल्होत्रा के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया और 98 लाख रुपए लेकर सुनील मल्होत्रा को फ्लैट बेच दिया। पुलिस ने महिला के पति मनोज सिंह ठाकुर की तलाश शुरू की तो पता चला कि 41 वर्षीय मनोज सिंह ठाकुर मूल रूप से आजमगढ़ यूपी का रहने वाला है जो बचपन से ही मुंबई में रह रहा था। 11 फरवरी 2020 को एसपी सिटी को मुंबई पुलिस से जानकारी मिली कि मनोज सिंह ठाकुर मुंबई पुलिस की कस्टडी से आजमगढ़ यूपी से फरार है, जिसके खिलाफ आजमगढ़ यूपी व मुंबई में संगीन धाराओं में करीब 20 केस दर्ज हैं। यूपी पुलिस द्वारा उस पर 25 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया है।

परिवार से मिलने आया, पुलिस ने दबोचा

पुलिस को इनपुट मिले कि आरोपी दून में परिवार से मिलने आ सकता है। पुलिस द्वारा उसके परिवार की लगातार रेकी की जाती रही। 19 फरवरी को इन्फॉर्मर ने इन्फॉर्मेशन दी कि कुख्यात मनोज दून में कचहरी के आसपास किराये की टैक्सी लेकर घूम रहा है। वेडनसडे को एसओजी और राजपुर पुलिस ने आरोपी के घर जाने वाले रास्ते पर जोहड़ी तिराहा मसूरी रोड पर निगरानी रखते हुए वाहनों की चेकिंग शुरू की। देर रात एक कार में सवार मनोज सिंह ठाकुर को दबोच लिया गया। उसके कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा और 2 जिंदा कारतूस बरामद हुए।

वेलेंटाइन डे पर पहुंचा था दून

मुंबई पुलिस की कस्टडी से फरार होने के बाद मनोज ट्रेन से लखनऊ पहुंचा। वहां से बस के जरिए वह 14 फरवरी को देहरादून पहुंचा। बताया कि इस दौरान वह दून के होटल्स में रुका और लगातार अपनी पत्नी और बच्चों के मिलने का प्रयास करता रहा। इसी दौरान पुलिस ने उसे दबोच लिया।

ब्लॉक प्रमुख से बदमाश बनने तक

- पिता मुंबई में रेलवे ऑफिसर थे, वह बचपन से ही मुंबई में रहा।

- 2002 में मुंबई यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। बाद में केसी कॉलेज मुंबई से जर्नलिज्म का डिप्लोमा लिया और 4 साल तक फ्रीलांसिंग की।

- 2008 से 2012 तक महाराष्ट्र में जनता दल पार्टी का प्रदेश प्रवक्ता रहा।

- 2012 से 2014 तक महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी का प्रदेश महासचिव भी रहा, बाद में विलासराव देशमुख के समय पर महाराष्ट्र में समन्वय समिति का सदस्य भी रहा।

- 2016 में आजमगढ़ के मार्टीगंज क्षेत्र से ब्लॉक प्रमुख चुना गया। 2018 में अविश्वास प्रस्ताव आने पर उसे पद से हटा दिया गया।

- आजमगढ़ व वाराणसी में रेलवे में नौकरी दिलाने, महाराष्ट्र में सीएम आवास योजना में धोखाधड़ी के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा उसे 26 सितंबर 2019 को ठाणे से गिरफ्तार किया गया था।

- 10 फरवरी (इसी वर्ष) को मुंबई पुलिस उसे वाराणसी कोर्ट में पेशी के लिए लायी थी, वह मां की बीमारी का बहाना बनाकर मुंबई पुलिस को साथ आजमगढ़ ले गया और मौका पाकर फरार हो गया।

Posted By: Inextlive