RANCHI : जब प्रेमी ने दूसरी युवती से शादी रचा ली तो पूर्व प्रेमिका ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर डाली। इस साल 24 मई को ओरमांझी इलाके में सीसीएल स्टाफ सत्येंद्र मुंडा की हत्या में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में परमेश्वर मुंडा, मनोज मुंडा, बसंत मुंडा तथा बीनू कुमार चौधरी शामिल है। इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड सविता देवी को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।

फोन कर बुलाया था

हजारीबाग के बड़कागांव के रहने वाले सत्येंद्र मुंडा का ओरमांझी की सविता के साथ दो सालों से प्रेम संबंध था। सविता ने सत्येंद्र पर जब शादी का दबाव बनाया तो उसने इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उसने दूसरी युवती से शादी भी रचा ली। इससे नाराज होकर ही सविता ने 22 मई की रात कॉल कर सत्येंद्र को बुलाया था। लेकिन, कुछ लोगों को आता देख वह भाग गई थी। हालांकि, 24 मई को सत्येंद्र की हत्या किए जाने की बात सामने आई। इस मामले में सविता ने कहा था कि सत्येंद्र की हत्या तो हुई है, लेकिन किसने की, इसकी जानकारी नहीं है।

इंगेजमेंट सेरेमनी में आया था सत्येंद्र

22 मई को सत्येंद्र अपने दोस्त मनोज प्रजापति के साथ एक इंगेजमेंट सेरेमनी में शामिल होने के लिए बारीडीह आया था। इंगेजमेंट सेरेमनी समाप्त होने के बाद वे ड्यूटी पर जाने की बात कहकर वहां से चल दिए थे। इस बीच, सत्येंद्र ने मनोज को आधे घंटे में आने की बात कहकर निकल गया, पर रात तक नहीं लौटा। सुबह में मनोज ने सत्येंद्र के परिजनों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने ओरमांझी थाने में उसके लापता होने का सनहा दर्ज कराया। हालांकि, दो दिन बाद सत्येंद्र का शव ओरमांझी के पालू गांव में एक कुएं से बरामद किया गया था। उस दौरान उसके हाथ बंधे हुए थे और गला काटे जाने के निशान थे।

Posted By: Inextlive