- नवाबगंज में बदमाशों ने आंख में मिर्च डालकर लूटे थे 2.95 लाख

- लूट में प्रयुक्त बाइक, दो तमंचे व 1.49 लाख रुपये किए बरामद, दो बदमाश फरार

- पेट्रोल पंप पर मजदूरी करने वाला युवक ने रची थी लूट की साजिश

बरेली : नवाबगंज स्थित पेट्रोल पंप के मालिक व मैनेजर की आंख में मिर्च पाउडर डालकर हुई 2.95 लाख की लूट का मंगलवार को एसपी क्राइम ने खुलासा कर दिया। लूट की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि उनके ही पेट्रोल पंप पर पहले मजदूरी करने वाले जीशान निवासी गांव बरौर ने रची थी। उसी ने जाबिर पुत्र मुनब्बर खां निवासी परसुनगला व शाहिद खां पुत्र नज्जू खां निवासी घंघोरा घंघोरी भोजीपुरा व दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। सोमवार को स्थानीय पुलिस व क्राइम ब्रांच ने लूट में शामिल तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर उनसे लूटी गई रकम के 1.49 लाख रुपये व मोबाइल के साथ लूट में प्रयुक्त बाइक व दो तमंचे बरामद कर लिए। पूछताछ में लूट में शामिल दो अन्य बदमाशों के नाम सामने आए हैं जिनकी पुलिस को तलाश है। गिरफ्तार बदमाशों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

नवाबगंज की आदर्श नगर कॉलोनी निवासी जितेंद्र मोहन देवल का नवाबगंज-बरौर रोड पर पेट्रोल पंप है। यहां राजेंद्र कुमार शर्मा मैनेजर हैं। राजेंद्र 10 जुलाई की रात करीब पौने नौ बजे पेट्रोल पंप बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे। बाइक पर पीछे जितेंद्र मोहन बैठे थे। वह एक पैर से दिव्यांग हैं। उनके हाथ में बैग था जिसमें कैश, चाबियां व कागजात आदि थे। पिपरा निगोही व लाईखेड़ा के बीच पुलिया पर चार-पांच युवक बैठे थे। पास में ही उनकी बाइक खड़ी थीं। पुलिया से गुजरते समय दो युवकों ने उन्हें रुकने का इशारा किया। जैसे ही राजेंद्र ने बाइक रोकी बदमाशों ने दोनों की आंखों पर मिर्ची पाउडर झोंक दिया। इससे पहले कि दोनों कुछ समझ पाते, बदमाशों ने जितेंद्र से बैग और मोबाइल छीन लिया।

मजदूरी करने वाले जीशान ने रची साजिश

जीशान ने बताया कि उसे पेट्रोल पंप बंद होने के समय से लेकर मालिक व मैनेजर के घर निकलने तक का समय मालूम था। उसने लूट की योजना बनाई। जब शाहिद व जाबिर तैयार हो गए तो उसने वारदात को अंजाम दिया।

अभयपुर गांव में बांटी गई थी रकम

घटना के बाद बदमाश आगे जाकर दो बाइक पर हो गए और अलग-अलग रास्तों से भोजीपुरा के अभयपुर गांव पहुंचे। जहां सभी ने लूट की रकम आपस में बांटी फिर अपने-अपने घर चले गए थे।

सर्विलांस से हुआ खुलासा

घटना के बाद अधिकारियों ने लूट के लिए टीम गठित की थी। जिसमें स्थानीय पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच को लगाया गया था। जिसके बाद सर्विलांस के जरिए भी पुलिस ने बदमाशों का पता लगाया।

Posted By: Inextlive