खगडि़या में पुलिस पर हमला भागलपुर में बदला
-मुठभेड़ में कुछ अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल
BHAGALPUR: खगडि़या के पसराहा थानेदार आशीष सिंह हत्याकांड के मास्टर माइंड कुख्यात दिनेश मुनि को पटना से गई स्पेशल टास्क फोर्स के जवानों ने वेडनेसडे देर रात को भवानीपुर के नारायणपुर दियारा में मार गिराया। एसटीएफ के संतोष सिंह और बैजू सिंह कई दिन से दिनेश मुनि के पीछे लगे थे। ठिकाने का पता लगते ही उन्होंने नवगछिया एसपी को सूचना दी। एसपी ने एसडीपीओ और भवानीपुर थाना इंचार्ज को मदद के लिए भेजा। एसटीएफ ने दिनेश मुनि गिरोह के ठिकाने की घेराबंदी की। अपराधियों ने एसटीएफ पर फाय¨रग शुरू कर दी। एसटीएफ ने भी जवाबी कार्रवाई की। एक घंटे चली मुठभेड़ में दिनेश को मार गिराया गया। खगडि़या में शहीद हुए थे आशीष12 अक्टूबर 2018 की रात खगडि़या के पसराहा के थानेदार आशीष सिंह को अपराधियों के लोकेशन का पता चला था। वे दुधैला दियारा पहुंच गए। यहां दिनेश मुनि गिरोह के साथ छिपा था। भनक लगते ही दिनेश ने फाय¨रग शुरू कर दी। मुठभेड़ में नारायणपुर प्रखंड का चौहद्दी निवासी श्रवण यादव मारा गया। एक गोली थानेदार आशीष सिंह और एक गोली सिपाही दुर्गेश यादव को लग गई। थानेदार मौके पर ही शहीद हो गए।
समाज में देनी पड़ती है शहादतशहीद के आवास पर पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि समाज की सुरक्षा में जुटे हमारे अधिकारियों को भी शहादत देनी पड़ती है। लेकिन इस बात का सुकून है कि हमारे बहादुर अधिकारी की मौत के जिम्मेवार अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया। डीजीपी ने कहा कि एनकाउंटर का पूरा श्रेय एडीजी (ऑपरेशन) सुशील खोपड़े, एजीडी (एसटीएफ) विनय कुमार, एसपी खगडि़या, एसटीएफ और जिला पुलिस को जाता है।