- दंगे से निपटने के लिए रिहर्सल कर पुलिसकर्मियों को दी गई ट्रेनिंग, एसएसपी ने किया लीड

- रियल जैसा बनाया गया माहौल, पुलिस-प्रशासन के बड़े अधिकारी रहे मौजूद

बरेली : अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकसी बरत रहा है। पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। इसी के तहत फ्राईडे को पुलिस लाइन में मॉल ड्रिल किया गया। दंगे जैसे हालात बनाकर उससे निपटने की प्रैक्टिस की गई।

इस तरह शुरू हुआ रिहर्सल

- सुबह साढ़े सात बजे वायरलेस पर दंगे की सूचना दी गई।

- एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने लीड करते हुए निर्देश दिए

- दंगे को काबू करने के लिए पानी की तेज बौछार छोड़ी गई।

- भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोल फेंके गए

- उग्र होते लोगों को पुलिस ने लाठियां फटकार कर खदेड़ा।

- इंस्पेक्टर, एसआई और कांस्टेबल को ट्रेंड किया गया।

- एसपी सिटी रविंद्र कुमार, एसपी देहात डॉ। संसार सिंह, एसपी क्राइम रमेश भारतीय, एसडीएम सदर अमरेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार मौजूद रहे।

दंगे से निपटने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। दंगे के दौरान हालात को कैसे काबू किया जाए, इसके बारे में बताया गया।

- शैलेश पाण्डेय, एसएसपी

जुलूस के दौरान डीजे पर रहेगा बैन

बरेली : पुलिस लाइन सभागार में जिला स्तरीय पीस कमेटी की बैठक में डीएम नितीश कुमार व एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने आपसी सौहार्द बनाए रखने पर जोर दिया। अफवाह उड़ाने और शांति व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ फौरन एक्शन लेने का आदेश दिया। वहीं, पीस कमेटी के सदस्यों ने कहा कि शरीअत के दायरे में ईद मिलादुन्नबी का त्योहार मनाएं। जुलूस के दौरान डीजे पर बैन होगा। सड़क पर बाइक से स्टंट करने वाले हुड़दंगियों पर कार्रवाई होगी।

Posted By: Inextlive