-लापता व्यापारी का नहीं मिला सुराग, चल रही पड़ताल

-ड्राइवर पति की तलाश में मासूम संग भटक रही महिला

GORAKHPUR: शहर से लापता होने वाले लोगों के बारे में पुलिस जानकारी नहीं जुटा पा रही। हाल के दिनों में गायब व्यक्तियों का सुराग लगाने में पुलिस नाकाम है। 15 जुलाई की रात 11 बजे स्कूटी से निकले जंगल सिकरी निवासी कारोबारी का पता नहीं चल सका है। जबकि, गोरखपुर रेलवे स्टेशन से प्राइवेट कैब लेकर लखनऊ रवाना हुए ड्राइवर की कोई जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी मामलों में जांच पड़ताल चल रही है। खोराबार के एसएचओ ने बताया कि अभी तक व्यापारी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

केस एक

बड़हलगंज एरिया के बेईली का शुभम पांडेय शिवपुर सहबाजगंज के यज्ञ कुमार श्रीवास्तव कार चलाते हैं। 14 जुलाई रात करीब साढ़े आठ बजे रेलवे स्टेशन के सामने से सवारी लेकर एयरपोर्ट गए। रात में सवा दो बजे पत्नी से बात कर बताया कि एयरपोर्ट के सामने खड़ा हूं। गोरखपुर की सवारी मिलने पर लौटूंगा। 15 जुलाई सुबह आठ बजकर 23 मिनट पर उसकी पत्नी से बात हुई। उसके बाद मोबाइल आफ हो गया। तभी से पित की तलाश में खुशूब अपनी दुधमुंही बच्ची को लेकर भटक रही है।

केस दो

खोराबार एरिया के जंगल सिकरी भरटोलिया निवासी राधेश्याम किराना स्टोर्स चलाते हैं। 15 जुलाई की रात वह स्कूटी लेकर अचानक घर से निकले। बताया कि आधे घंटे के बाद लौट आएंगे। 16 जुलाई को उनकी स्कूटी लावारिस फोरलेन के राप्ती नदी पुल पर मिली। उनकी पत्‍‌नी की सूचना पर गुमशुदगी दर्ज करके पुलिस तलाश में जुटी है।

ये भी हो गए थे लापता

अंबेडकर नगर जिले के कारोबारी राम गोपाल का बेटा देवेंद्र कुमार छह जुलाई को लापता हो गया था। वह बरगदवां में किराए पर कमरा लेकर रहता था।

कोतवाली एरिया के एक हास्पिटल में कार्यरत डॉ। 28 जून को अबुझ हाल में लापता हो गए थे। उनके पास मोबाइल न होने से तलाश में प्रॉब्लम हुई।

पांच जून की शाम बगहा बाबा, सर्वोदय नगर के ओम प्रकाश राय का बेटा रुस्तमपुर ढाला के पास जाकर लापता हो गया।

बिहार के दूध कारोबारी का सुराग नहीं लगा। गीडा से टेंडर की बात करके लौटते समय आजाद चौक के पास बदमाशों ने अपहरण कर लिया था।

लापता का नहीं मिलता सुराग, परिजन हाेते हलकान

किसी के गायब होने पर परिजन खुद तलाश करते हैं। फिर उसके बारे में पुलिस को सूचना दी जाती है। गुमशुदगी दर्ज कर पोस्टर चस्पा करने और अन्य सभी जगहों पर सूचना भेजने की औपचारिकता में काफी विलंब हो जाता है। किसी व्यापारी के लापता होने पर पुलिस को शक रहता है कि कर्ज में डूबने की वजह से वह गायब हो गया। जबकि, पारिवारिक विवादों में लोगों के गुम होने पर कई तरह की आशंकाएं होती है। इनमें कहीं दूर जाकर सुसाइड करने या फिर गुमनामी की जिदंगी जीने के लिए भी गायब होने का नाटक करने के मामले सामने आ चुके हैं।

वर्जन

व्यापारी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। उनकी तलाश की जा रही है। उनकी स्कूटी पुल पर बरामद हुई थी। परिजनों से बातचीत करके जानकारी ली गई है।

अंबिका प्रसाद भारद्वाज, एसएचओ, खोराबार

Posted By: Inextlive