- सर्विस सेंटर पर भी सुरक्षित नहीं आपकी कार

- गैराज मैकेनिक और कार चोरों में गठजोड़ का खुलासा

- कार सर्विसिंग के दौरान बना लेते थे डुप्लीकेट चाबी

- क्राइम ब्रांच ने गैंग के दो बदमाशों को किया गिरफ्तार, दो फरार

- दो इको स्पो‌र्ट्स, एक वर्ना और एक स्कोडा कार बरामद

Meerut: सावधान आपकी कार पर चोरों की नजर है। यदि आप अपनी कार को सर्विस कराने के लिए गैराज पर या सर्विस सेंटर में देने के लिए जा रहे हैं तो आप सावधान हो जाएं। वहां से आपकी कार की कम्प्यूटर की मद्द से डुप्लीकेट चाबी बनाकर नाम और पता भी नोट किया जा सकता है और आपकी कार चोरी हो सकती है। ऐसा ही एक मामला मेरठ में प्रकाश में आया है। क्राइम ब्रांच ने परतापुर पुलिस की मद्द से एक अंर्तराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। जो गैराज या सर्विस सेंटर पर खड़ी कार की चाबी बनाकर उनके घर पहुंचकर कार चोरी करने का काम करते थे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो फरार चल रहे हैं। जिनके कब्जे से दो इको स्पोटर्स, एक वर्ना और एक स्कोडा बरामद की गई है।

दो गिरफ्तार, दो फरार

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि परमजीत उर्फ परम निवासी सरस्वती विहार रोहटा रोड, जावेद निवासी देहली गेट, मोहसिन निवासी सोतीगंज और लवली निवासी सहारनपुर अंर्तराज्यीय वाहन चोरी गिरोह चलाते हैं। क्राइम ब्रांच ने परतापुर पुलिस की मद्द से परमजीत व जावेद को परतापुर थाना एरिया के पंचवटी एंकलेव से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मोहसिन और लवली फरार चल रहे हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

चोरी की कार बरामद

एसएसपी ने बताया कि चोरों के निशाने पर छोटी कार नहीं बल्कि लग्जरी कार रहती थी। फ्क् जनवरी ख्0क्भ् को सतीश बंसल निवासी सुभाष पैलेस दिल्ली की वर्ना कार दिल्ली से चोरी हो गई थी, इस संबंध में संबंधित थाने में मुकदमा कायम किया गया था, जिसको बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा इको स्पो‌र्ट्स कार भी चोरी की गई थी, वह भी बरामद कर ली गई है। इनके कब्जे से दो इको स्पो‌र्ट्स, एक वर्ना और एक स्कोडा बरामद कर ली गई है।

कैसे करते थे चोरी

बदमाशों से पूछताछ के आधार पर एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि गैराज पर जो गाड़ी ठीक होने के लिए आती थी, उस गाड़ी के गैराज पर जाकर उसकी चाबी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर नकली कम्प्यूटराईज्ड चाबी बनवाते थे। साथ-साथ वाहन स्वामी का नाम व पता नोट कर कुछ दिन बाद उन गाडि़यों को घर से चोरी कर लिया करते थे। इस प्रकार की कई गाडि़यों को दिल्ली सीमा से चोरों ने चोरी किया है।

बदलते थे चेसिस नंबर

एसएसपी ने बताया कि चोर इतने शातिर हैं कि चेसिस नंबर भी बदल दिया करते थे। लोगों की चोरी की गई गाडि़यों के चेसिस नंबर पर दोबारा खुदाई कर एक्सीडेंट में डैमेज गाडि़यों के चेसिस नंबर फर्जी डालकर चोरी की गाडि़यों को दूसरे शहरों में अच्छे दामों पर सस्ते दामों में बेच दिया करते थे।

बढ़ रही वाहनों की चोरी

मेरठ में वाहन चोरी की संख्या में इजाफा हो रहा है। मेरठ की बात की जाए तो ख्00 से अधिक वाहन हर माह में चोरी होते हैं, जिसमें दो पहिया वाहन के साथ-साथ चार पहिया वाहन भी शामिल है। साल में बीस हजार से अधिक वाहन चोरी हो जाते हैं। जबकि इसके बदले बरामदगी बहुत कम हो पाती है।

Posted By: Inextlive