-प्रतापगढ़ के मूल निवासी दिल्ली में रहने वाले युवक से दो लाख रुपये नहीं दी थी कार

-धोखाधड़ी के शिकार युवक के थाने पहुंचने पर हत्थे चढ़ा गैंग

आगरा। पुलिस ने ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को बुधवार दबोच लिया। उन्होंने दिल्ली के युवक से दो लाख रुपये लेकर कार नहीं दी तो वह थाने पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने गिरोह को दबोच लिया।

प्रतापगढ़ के थाना नौही पट्टी निवासी विजय प्रकाश यादव दिल्ली में रहते हैं। मंगलवार की रात सैंया थाने पहुंचे विजय प्रकाश ने पुलिस को बताया कि उनसे दिल्ली में दो युवकों ने कार का सौदा किया। गाड़ी दिखाने के बहाने उसे आगरा लेकर आये। यहां सैंया के तेहरा इलाके में चकमा देकर भाग गए। उससे दो लाख रुपये भी ले गए।

पुलिस ने आरोपितों के सर्विलांस की मदद से आरोपितों के मोबाइल नंबरों की लोकेशन पता की। वह आइएसबीटी पर मिली। इंस्पेक्टर सैंया बैजनाथ सिंह ने बताया कि तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनके नाम भीम बहादुर सारंग उर्फ गुरुंग निवासी वसंत कुंज नई दिल्ली, तरुण गुप्ता निवासी गणपति रेजीडेंसी सिकंदरा और सत्यरंजन धर निवासी डीएलएफ कॉलोनी फेस-दो गुड़गांव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार पीडि़त ने युवकों की शिनाख्त कर ली है। उनसे तीन मोबाइल और 18,160 रुपए बरामद किए है। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह कार बेचने के नाम पर फरीदाबाद, फैजाबाद और गुड़गांव में ठगी कर चुके हैं। युवाओं को अपना निशाना बनाते थे।

सनी है गिरोह का सरगना

गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि गिरोह का सरगना सनी नागपाल है। उसकी तलाश की जा रही है। उसने विजय प्रकाश को वीडियो कॉल पर नई कार दिखाकर अपने जाल में फांस लिया था।

शातिरों ने खूब घुमाया

पीडि़त विजय प्रकाश को शातिरों ने खूब घुमाया। उसे जीबी रोड, दिलशाद गार्डन, शाहदरा नई दिल्ली की सड़कों पर घुमाते रहे। इसके बाद आगरा ले आए।

Posted By: Inextlive