- पेट्रोलिंग के दौरान सामने आती पुलिस कर्मचारियों की मनमानी

- चेकिंग सहित कार्रवाई की व्हाट्सअप ग्रुप पर देनी होती है सूचना

GORAKHPUR: शहर में बीट पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के झूठ की पोल खोलने की तैयारी चल रही है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो जल्द ही नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। गश्त पर निकले पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी स्थल से सेल्फी भेजनी पड़ेगी। रात में निर्धारित समय के बाद ही दरोगा और सिपाही अपने क्षेत्र को छोड़ सकेंगे। जबकि बीट ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारी बिना समय पूरा हुए कहीं भाग नहीं सकेंगे। क्योंकि उनको भी निर्धारित समय पर अपनी मौजूदगी की जानकारी सेल्फी भेजकर देनी होगी।

वायरलेस पूछता लोकेशन, झूठ से डालते पर्दा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी का निर्धारण उनके थाना से होता है। सिपाहियों की बीट ड्यूटी तय होती है। जबकि क्षेत्र भ्रमण की जिम्मेदारी भी दरोगाओं को दी जाती है। ताकि रात में होने वाली घटनाओं को रोका जा सके। चोरी, लूट, छिनैती सहित अन्य वारदातों पर लगाम कसने के लिए रात में पुलिस गश्त करती है। इस दौरान किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि के नजर आने पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। भोर में करीब चार बजे तक पुलिस कर्मचारी गश्त करते हैं। फिर वह आराम करने चले जाते हैं। लेकिन इस दौरान यह भी सामने आया कि तमाम पुलिस कर्मचारी बीट छोड़कर गायब रहते हैं। वायरलेस सेट पर लोकेशन पूछे जाने पर अपनी मौजूदगी बता देते हैं। पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि ड्यूटी पर मौजूद लोगों की जांच के लिए टीम निकलती है। लेकिन कई बार उनको झांसा देकर दरोगा, सिपाही बच निकलते हैं।

ये कदम उठाएंगे सीनियर अफसर

- गश्त के दौरान अपने विभागीय व्हाट्सअप ग्रुप पर सेल्फी भेजनी होगी।

- क्षेत्र में कम से कम तीन से चार जगहों की सेल्फी बनानी होगी।

- पब्लिक प्लेस की सेल्फी देना जरूरी होगा। इसकी जांच सीनियर ऑफिसर्स करेंगे।

- सीनियर अफसरों के तय प्लान के अनुसार गश्त पर पुलिस कर्मचारी निकलेंगे।

- बीट में उस जगह की सेल्फी भेजेंगे जो आसानी से चिन्हित की जा सके।

- सेल्फी की जांच के लिए अचानक ही अफसर मौके की जांच पड़ताल कर लेंगे।

- गश्त के लिए पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित होगी। उस पर ही मूवमेंट बना रहेगा।

- किसी तरह की घटना की सूचना मिलने पर व्हाट्सअप ग्रुप पर अपडेट किया जाएगा।

वर्जन

रात में होने वाले अपराधों को रोकने के लिए पुलिस की गश्त बेहद जरूरी है। इसलिए बीट सिपाहियों की ड्यूटी लगाई जाती है। संवेदनशील मोहल्लों में भ्रमण करके पुलिस कर्मचारी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं। ऐसे में कई बार बदमाशों को रंगेहाथ पकड़ने में पुलिस कामयाब हुई है। पुलिस की गश्त को प्रभावी बनाने के लिए इस पर विचार किया जा रहा है। कुछ जगहों पर ऐसी व्यवस्था चल रही है।

- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive