-अलम जुलूस, दशहरा के मेलों और दुर्गा पूजा में फंसी पुलिस

-24 अक्टूबर के बाद ही मिलेगी कुछ राहत

ALLAHABAD: पुलिस का एग्जाम स्टार्ट हो गया है। दुर्गा पूजा, अलम के जुलूस व दुर्गा पूजा तो चल ही रही है, 22 अक्टूबर को चौक का दशहरा मेला, 23 अक्टूबर को भरत मिलाप व इसके ठीक अगले दिन 24 अक्टूबर को मोहर्रम है। यानी अगले चार दिन पुलिस को एक मिनट का भी चैन नहीं मिलने वाला। पुलिस को भीड़ को तो कंट्रोल करना ही है, शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भी एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।

पंडालों पर लगी है ड्यूटी

थर्ड फेज के इलेक्शन के बाद लौटी पुलिस को चैन नहीं मिला है। 18 अक्टूबर को पुलिस लौटी और इसी दिन से दुर्गा पूजा पंडालों व अलम जुलूसों की निगरानी में लगा दी गई। संडे से तो पुलिस वालों को दिन रात ड्यूटी करनी पड़ रही है। हर थाने की फोर्स की ड्यूटी दुर्गा पूजा के साथ ही दशहरा मेलों के लिए भी लगाई जा रही है। थकाने वाली ड्यूटी वेडनसडे से शुरू हो रही है। वेडनसडे को पजावा का रामदल है। थर्सडे को दिन में दुर्गा पूजा प्रतिमाओं का विसर्जन होगा और इसी दिन चौक का दशहरा है। फ्राइडे को चौक में भरत मिलाप और राजरूपपुर का दशहरा मेला है। सैटरडे को मोहर्रम है। इसके बाद भी पुलिस को राहत नहीं मिलने वाली।

त्योहार खत्म तो फिर से चुनाव

दशहरा और मोहर्रम के बाद भी पुलिस को राहत नहीं मिलने वाली। जैसे ही पुलिस फ्री होगी, पंचायत चुनाव के लास्ट फेज के इलेक्शन की तैयारी शुरू हो जाएगी। लास्ट फेज के लिए वोटिंग 29 अक्टूबर को है। इसके लिए फोर्स की रवानगी 28 अक्टूबर को हो जाएगी। फोर्स 30 अक्टूबर को वापस आएगी। एसपी सिटी राजेश यादव का कहना है कि वर्क लोड काफी ज्यादा है लेकिन फोर्स तैयार है। ड्यूटी इस तरह से लगाई गई है ताकि एक ही व्यक्ति पर ज्यादा लोड न पड़े। ग्रामीण इलाकों से भी फोर्स बुलाई गई है।

Posted By: Inextlive